हजारों उड़ानें रद्द ठंड और धुंध के कारण अमरीका में हजारों उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। अमरीका के राष्ट्रीय मौसम सेवा के अनुसार- न्यूयॉर्क का तापमान -13 डिग्री हो गया है। वहीं, पूर्वी कैनेडा में तापमान -50 डिग्री सेल्सियस तक पुंच चुका है। टोरंटो एयरपोर्ट पर भी कई उड़ानें रद्द करने की खबरें हैं।
आस्ट्रेलिया में गर्मी से बेहाल हैं लोग
वहीं ऑस्ट्रेलिया में भीषण गर्मी से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। गर्मी के कारण यहां यूकेलिप्टस के पेड़ों में आग लग गई। आग पर अब तक काबू नहीं पाया जा सका है। यहां का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पर पहुं हुआ है। पेड़ों में लगी आग के साथ तापमान बढ़ने से दक्षिण पूर्वी राज्य विक्टोरिया में 10 किलोमीटर लंबे हाईवे का अलकतरा भी पिघलने लगा है। एक खबर के अनुसार- मेलबर्न के बाहरी इलाकों समेत विक्टोरिया और दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के कई राज्यों में आपातकाल घोषित किया गया है।
वहीं ऑस्ट्रेलिया में भीषण गर्मी से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। गर्मी के कारण यहां यूकेलिप्टस के पेड़ों में आग लग गई। आग पर अब तक काबू नहीं पाया जा सका है। यहां का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पर पहुं हुआ है। पेड़ों में लगी आग के साथ तापमान बढ़ने से दक्षिण पूर्वी राज्य विक्टोरिया में 10 किलोमीटर लंबे हाईवे का अलकतरा भी पिघलने लगा है। एक खबर के अनुसार- मेलबर्न के बाहरी इलाकों समेत विक्टोरिया और दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के कई राज्यों में आपातकाल घोषित किया गया है।
बिजली हुई गुल
इस भीषण आग के कारण करीब 400 घरों की बिजली गुल हो गई है। लोगों को घरों में ही रहने को कहा गया है। आपदा प्रबंधन विभाग के आयुक्त क्रैग लैप्सले के अनुसार- हवा और तापमान के बढ़ने से स्थिति और बिगड़ सकती है। उन्होंने कहा कि हवा के रुकने तक वह बचाव कार्य भी नहीं कर सकते। बता दें, गर्मी के कारण यूकेलिप्टस की झाड़ियों में आग से पहले भी ऑस्ट्रेलिया के कई इलाके आग की चपेट में आते रहे हैं। इससे पहले विक्टोरिया में 2009 को लगी आग में हजारों घर जल गए थे और 173 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि 414 लोग घायल हुए थे।
इस भीषण आग के कारण करीब 400 घरों की बिजली गुल हो गई है। लोगों को घरों में ही रहने को कहा गया है। आपदा प्रबंधन विभाग के आयुक्त क्रैग लैप्सले के अनुसार- हवा और तापमान के बढ़ने से स्थिति और बिगड़ सकती है। उन्होंने कहा कि हवा के रुकने तक वह बचाव कार्य भी नहीं कर सकते। बता दें, गर्मी के कारण यूकेलिप्टस की झाड़ियों में आग से पहले भी ऑस्ट्रेलिया के कई इलाके आग की चपेट में आते रहे हैं। इससे पहले विक्टोरिया में 2009 को लगी आग में हजारों घर जल गए थे और 173 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि 414 लोग घायल हुए थे।