हवाना। लंबे समय से सार्वजनिक मंच से दूर रहे क्यूबा के फिदेल कास्त्रो एक बार फिर जुझारू तेवर में नजर आए। क्यूबा कम्युनिस्ट पार्टी के सातवें सम्मेलन में उन्होंने कहा कि जल्द ही मैं 90 साल का हो जाउंगा और मेरी नियति (मृत्यु) भी वही होगी जो सबकी होती है। हम सबका वक्त आता है, लेकिन मैं रहूं न रहूं क्यूबा और वामपंथ दुनिया में हमेशा बुलंद रहेंगे। कास्त्रो दशकों तक क्यूबा को वामपंथी नेतृत्व देते आए हैं।
विदाई भाषण में कास्त्रो ने एक बार फिर संघर्ष का नारा दिया। उन्होंने कहा कि हमें बिना रुके लगातार लडऩा और संघर्ष करना है। उन्होंने कहा कि क्यूबा और वामपंथ इस दुनिया को हमेशा यह सीख देंगे कि अगर हम बिना डरे, उत्साह के साथ अपनी गरिमा और सम्मान के लिए कर्म करते रहे तो दुनिया की संस्कृति और मानवीय जरूरतों को पूरा करते रहेंगे।
इस दौरान क्यूबा के राष्ट्रपति राउल कास्त्रो ने भी संबोधित किया। उन्होंने संकेत दिए कि वह चाहते हैं कि शीर्ष नेता 70 साल की उम्र में सेवानिवृत हो जाएं। उन्होंने यह भी संकेत दिया है कि यह व्यवस्था 2021 से शुरु हो और अगले पांच साल युवा पीढ़ी के नेताओं को तैयार करने में लगाए जाएं।