फ्रांस की पत्रिका Charlie Hebdo ने दोबारा पैगम्बर मोहम्मद के कार्टूनों को छापा, तनाव बढ़ा
हमले में गई थी कई लोगों की जान
7 जनवरी 2015 में 3 दिनों तक चले इस हमले में 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। हमलावरों ने शार्ली हेब्दो के पेरिस ऑफिस में 9 पत्रकारों, एक मेंटेनेंस वर्कर और दो पुलिसवालों को मार दिया था। इसके दो दिन बाद दरिंदो ने अमेदी कॉलीबली कोशर सुपरमार्केट में चार लोगों को मार दिया था। इसमें तीन पुलिस वाले थे। इन हमलों के बाद फ्रांस में चरमपंथी हमलों का सिलसिला शुरू हो गया था।
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क्यों हुआ था हमला?
बता दें शार्ली हेब्दो फ्रांस की व्यंग्यात्मक पत्रिका है। इसने अपने मैगजीन में पैगंबर मुहम्मद के कुछ कार्टून छापे थे। हमलावर मैगजीन में छपे कार्टून से नाराज थे। पत्रिका पहले भी ‘इस्लाम विरोधी’ कंटेंट की वजह से कट्टरपंथियों के निशाने पर था। शार्ली हेब्दो ने साल 2015 में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के मुखिया अबू बकर अल-बगदादी का कार्टून भी साझा किया था। जिसके बाद उसके दफ्तर पर हमला हुआ। इससे पहले साल 2011 में पत्रिका ने पैगंबर मोहम्मद के साथ टाइटल ‘शरिया’ हेब्दो लिखा था। उस वक्त भी इसके दफ्तर पर हमला किया गया था।