बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य में नि:शुल्क साइकिल वितरण योजना संचालित की जा रही है। पूर्व में इस योजना में 5 किलोमीटर या इससे अधिक दूरी में रहने वाली बालिकाओं को साइकिल दी जाती थी, लेकिन इसके बाद सरकार ने इसमें संशोधन करते हुए राजकीय विद्यालयों में कक्षा नवमी में प्रवेशित शहरी व ग्रामीण क्षेत्र की सभी बालिकाओं को नि:शुल्क साइकिल देने का निर्णय लिया। लेकिन योजना के प्रति अधिकारियों की बेरुखी का ही परिणाम है कि इस शैक्षणिक सत्र में अभी तक कक्षा नवमी में नव प्रवेशित बालिकाओं को साइकिलें नहीं मिली हैं।
अधूरी निविदा प्रक्रिया के बाद अटकी 1 मई से नव शैक्षणिक सत्र की शुरुआत होती है। 14 मई तक विद्यालय संचालित होने के बाद ग्रीष्मकालीन अवकाश होते हैं। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर इस वर्ष 19 जून से दुबारा विद्यालय खुले। तब से आज दिन तक तीन माह का समय बीत चुका है, लेकिन योजना में अब तक साइकिलें वितरित नहीं की गई है। इस पर जिले की 12 हजार 80 बालिकाएं आज भी घर से विद्यालय हर दिन पैदल पहुंच रही हैं। जानकारी अनुसार कमोबेश यही स्थिति प्रदेश की है। जानकारी अनुसार साइकिलों की खरीद को लेकर 12 अगस्त को निविदा जारी की गई थी, लेकिन अधूरी प्रक्रिया के चलते साइकिलों की खरीद नहीं हो पाई।
12 हजार 80 बालिकाओं को जिले में मिलनी हैं साइकिलें 12 अगस्त को साइकिलों की खरीद को लेकर जारी की थी निविदा 01 मई से शुरू हुआ था नव शैक्षणिक सत्र 19 जून को योग दिवस पर ग्रीष्मावकाश के बाद खुली थी स्कूलें
होती है परेशानी योजना के तहत अब तक साइकिल नहीं मिली है। इस पर हर रोज घर से पैदल विद्यालय पहुंचती हूं। बहुत परेशानी होती है। साइकिल मिलें, तो बड़ी राहत मिलेगी। ज्योति, राउबावि जसोल, अमरपुरा
पैदल ही पहुंचती हूं हर दिन बैग लेकर पैदल विद्यालय पहुंचती हंू। घर से विद्यालय की दूरी अधिक होने के कारण परेशानी होती है। सरकार शीघ्र ही साइकिल उपलब्ध करवाएं। मीनाक्षी, राउबावि जसोल, तालाब रोड
कुछ समय और लगेगा योजना में सरकार को 12 हजार 80 साइकिलों का प्रस्ताव भिजवाया है, लेकिन अभी तक साइकिलें उपलब्ध नहीं करवाई गई हैं। साइकिलें उपलब्ध होने में कुछ और समय लगेगा। मिलने पर प्राथमिकता से साइकिलें वितरित की जाएंगी।
गोरधनलाल सुथार, जिला शिक्षा अधिकारी, माध्यमिक