हथियारबंद लोग काबुल के बाजार में घुसे मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कुछ हथियारबंद लोग काबुल के बाजार में स्थित गुरुद्वारे में स्थानीय समय के मुताबिक सुबह 7.45 बजे घुसे और गोलीबारी की। सुरक्षाबलों ने इसका कड़ा जवाब दिया। रिपोर्ट के अनुसार इस हमले में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए।
वहीं रिपोर्ट में बताया गया है कि तीन हमलावर अभी भी सुरक्षाबलों से मुकाबला कर रहे हैं और एक हमलावर को मार गिराया गया है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस घटना को लेकर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी को संदेश देते हुए कहा कि हमलावरों का पता लगाएं और लोगों की देखभाल करें।
अल्पसंख्यक सिखों पर यह पहला हमला नहीं है। इससे पहले भी अफगानिस्तान में उनपर हमले होते आए हैं। इस कारण कई बार उन्हें मजबूरी में भारत की शरण लेनी पड़ी। 2018 में भी जलालाबाद में आत्मघाती हमला हुआ था जिसमें 13 सिख मारे गए थे। हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी।
हमले से सिख समुदाय इतना डर गया था कि उन्होंने देश छोड़ने का फैसला कर लिया था। अफगानिस्तान में 300 से भी कम सिख परिवार रहता है जिनके पास दो ही गुरुद्वारा है। एक जलालाबाद और एक काबुल में।