हालांकि समाचार एजेंसी के मुताबिक जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव योशिहिदे सुगा ने कहा कि अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और भारत अपने साझा हितों पर नियमित रूप से चर्चा करते हैं। इसका मतलब यह नहीं कि हम चीन के ओबीओआर का कोई जवाब तैयार कर रहे हैं। जापान अपने आधिकारिक विकास सहायता (ODA) का इस्तेमाल उच्च स्तरीय बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने में भी करता है।
बता दें कि भारत शुरू से ही ओबीओआर को अपनी संप्रभुता के लिए खतरा बताते हुए इसका विरोध करता रहा है। जबकि चीन भारत के विरोध को दरकिनार कर लगातार उसके पड़ोसियों को इस योजना से जोड़ता जा रहा है। विशेषज्ञों की मानें तो चीन ओबीओआर के जरिए भारत की सीमाओं पर अपना जाल फैलाता जा रहा है। हालांकि भारत समय समय पर इसका विरोध करता रहा है। लेकिन चीनी मीडिया भारत के विरोध का गलत ठहराता रहा है।