script

टाइम मैगजीन की ‘किड ऑफ द ईयर’ बनीं गीतांजलि राव, आनंद महिंद्रा ने की तारीफ

locationनई दिल्लीPublished: Dec 04, 2020 06:37:05 pm

महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा 15 साल की गीतांजलि राव की तारीफ की है।
गीतांजलि ने टेक्नोलॉजी के जरिए ओपियम की लत और साइबरबुलिंग से लोगों को निकालने में सफलता हासिल की है।
गीतांजलि राव को 14 दिसंबर की टाइम मैगजिन के कवर पर दिखाया गया है।
 

टाइम मैगजीन की 'किड ऑफ द ईयर' बनीं भारतीय अमेरिकी किशोरी गीतांजलि राव

टाइम मैगजीन की ‘किड ऑफ द ईयर’ बनीं भारतीय अमेरिकी किशोरी गीतांजलि राव

न्यूयॉर्क । टाइम मैगजिन ने एक भारतीय अमेरिकी मूल की किशोर लड़की गीतांजलि राव को अपने कवर पेज पर ‘किड ऑफ द ईयर’ के रूप में छापा है। राव को 5,000 से अधिक नामांकित लोगों में से चुना गया है। राव ने टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर ओपियम की लत से और साइबरबुलिंग से लोगों को निकालने में आश्चर्यजनक सफलता हासिल की है। एक सफेद लैब कोट में, हाथ में पदक पकड़े हुए, गीतांजलि राव को 14 दिसंबर की टाइम मैगजिन के कवर पर दिखाया गया है। तस्वीर में वो एक सफेद बेंच पर बैठी हुई है और उसके कंधे तक की लंबाई के बाल हवा में उड़ रहे हैं।

आनंद महिंद्रा ने की तारीफ –

महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने सोशल मीडिया पर गीतांजलि के लिए लिखा, गीतांजलि राव की तस्वीर शेयर करते हुए आनंद महिंद्रा ने लिखा कि हम दुनिया को लाभान्वित कर रहे हैं। हमारे घर पर कई ऐसे ‘किड्स ऑफ द ईयर’ हैं। आइए उनके टैलेंट का उपयोग करके अपने लिए बेहतर भविष्य का निर्माण करें।

साइबरबुलिंग का पता लगाने के लिए किया काम –
राव से इंटरव्यू लेने वाली एंजेलिना जोली लिखती हैं, वीडियो चैट पर भी, उनका तेज दिमाग और अन्य युवाओं के लिए प्रेरक संदेश साफ झलकता है। उसका कहना है कि हर समस्या को ठीक करने की कोशिश मत करो, उसी पर फोकस करो जिससे आप उत्तेजित हों। राव का नवीनतम नवाचार एक ऐप किंडली और एक क्रोम एक्सटेंशन है – जो साइबरबुलिंग का पता लगाने के लिए मशीन लनिर्ंग तकनीक का इस्तेमाल करता है।

राव ने साझा किए अपने विचार –
गीतांजलि राव ने जोली को बताया कि मैंने कुछ शब्दों में हार्ड-कोड करना शुरू किया, जिसे बुलिंग माना जा सकता है और फिर मेरे इंजन ने उन शब्दों को पहचान लिया जो एक समान हैं। आप एक शब्द या वाक्य टाइप करते हैं, और अगर यह बुलिंग है, तो इसे पिक कर लेता है। यह आपको इसे एडिट करने या इसे भेजने का विकल्प देता है। राव ने कहा, ये किसी को सजा देने के लिए नहीं है। एक किशोरी के रूप में, मुझे पता है इस उम्र के लोग कभी-कभी गुस्सा हो जाते हैं। इसके बजाय, यह आपको यह बताने का मौका देता है कि आप क्या कह रहे हैं ताकि आप जान सकें कि अगली बार आपको क्या करना है।

ट्रेंडिंग वीडियो