लेकिन आपको जानकर बहुत गुस्सा आएगा कि किसी दूसरे देश के लिए अपनी जान गंवाने वाले 2 भारतीय सैनिक का अब जाकर अंतिम संस्कार किया गया। हमारी सेना और हमारे जवानों के सम्मान के तौर पर यह काफी शर्मनाक बात है कि ब्रिटेन के लिए लड़ाई लड़ने वाले हमारे जवानों को अंतिम सम्मान मिलने में 100 साल का समय लग गया। बता दें कि ये दोनों सेना के 39वीं गढ़वाल राइफल्स के जवान थे। इनकी बॉडी के कुछ अवेशष फ्रांस में पिछली साल हुए एक उत्खनन में मिले थे। जिसके बाद उन्हें पहचानना काफी मुश्किल था। लेकिन उनकी वर्दी से उनकी पहचान हो गई।
पहचान होने के बाद दोनों जवान के पार्थिव शरीर को बीते रविवार के दिन फ्रांस की राजधानी पेरिस से करीब 230 किमी दूर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। इस काम के लिए सबसे बड़ा योगदान कॉमनवेल्थ वॉर ग्रेव्स कमीशन ने दिया। जिन्होंने शहीदों की कब्र पर हमेशा पहरा देते रहते थे और उनकी सुरक्षा करते थे। जवानों के शवों के बारे में पता चलता ही ग्रेव्स कमीशन ने भारतीय दूतावास और फ्रांसीसी अधिकारियों को सूचना दी थी। जिसके बाद लावेन्टी गांव के एक कब्रिस्तान में दोनों भारतीय जवानों को दफना दिया गया।