सैयानग का कहना है कि जब कोई उस पर टिप्पणी करता है तो उसे दुख होने की बजाय उस व्यक्ति की सोच पर तरस आता है। इंसान के इस तरह के व्यवहार से उसके व्यक्तित्व के बारे में पता चलता है। सैयानग ने आगे ये भी कहा कि इंसान को किसी भी परिस्थिति में हमेशा सकारात्मक रहना चाहिए। उसे कभी भी ये नहीं लगना चाहिए कि उसमें कोई कमी है या उसका कोई अंग नहीं है। सैयानग की मां का नाम जेड है और उसका कहना है कि एसकी मां ने कभी भी उसके साथ अलग तरह का व्यवहार नहीं किया है। बल्कि जेड का तो अपनी बेटी पर काफी गर्व है। जेड का कहना हैकि हमने कभी भी अपनी बेटी को किसी पर निर्भ नहीं होने दिया। जेड के इस कारनामे से न केवल ऊ चे पहाड़ों को छुआ है बल्कि अपने सपनों की उड़ान को भी काफी आगे तक बढ़ाया है।