Iran का शक्ति प्रदर्शन, UN प्रतिबंधों के खत्म होते ही जमकर दागीं मिसाइलें व रॉकेट
वैज्ञानिक मोहसेन फखरीजादेह को शुक्रवार (27 नवंबर, 2020) को दामवंद के अबार्ड क्षेत्र में मार दिया गया। ईरानी विदेश मंत्रालय ने इस घटना के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह आतंकियों की कायरता को दिखाता है कि वह किस तरह से डरे हुए और हताश हैं।
परमाणु वैज्ञानिक मोहसेन फखरीजादेह ईरान के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम में अहम स्थान रखने वाले वैज्ञानिकों में शुमार हैं। वे इमाम हुसैन विश्वविद्यालय में भौतिकी के प्रोफेसर थे, वह ईरानी रक्षा मंत्रालय और सशस्त्र बल रसद में एक सीनियर सांइटिस्ट भी थे।
इजरायल ने अलकायदा के आतंकी को किया था ढेर
आपको बता दें कि अभी बीते दिनों ही सऊदी अरब के निओम शहर में इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू, इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद के चीफ योस्सी कोहेन, अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के बीच एक गुप्त मीटिंग हुई थी। हालांकि सऊदी की ओर से ये साफ कर दिया गया था कि कोई गुप्त मीटिंग नहीं हुई है।
गौरतलब है कि अमरीका, सऊदी और इजरायल के साथ ईरान के संबंध अच्छे नहीं है। परमाणु कार्यक्रमों को लेकर अमरीका ने ईरान पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हुए हैं। तो वहीं इजरायल के साथ भी ईरान का टकराव दशकों से है। ऐसे में कुछ भी कयास लगाया जाना बहुत जल्दबाजी होगी।
इजरायल ने ईरान में घुसकर अलकायदा के नंबर दो सरगना को मार गिराया, लादेन की बहू मरियम भी ढेर
इसी महीने अमरीका की ओर से इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के जवानों ने ईरान में घुसकर अलकायदा के नंबर दो सरगना 58 वर्षीय अबू मोहम्मद अल मस्त्री ( Abu Mohammed Al Masri ) को मार गिराया था। अबू मोहम्मद तेहरान में छिपा हुआ था। इस ऑपरेशन में अलकायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन की बहु भी मार गिराया गया था।
अबू मोहम्मद को अफ्रीकी देश केन्या और तंजानिया के अमरीकी दूतावासों पर 9 अगस्त 1998 को हुए भीषण हमले का मास्टरमाइंड माना जाता था। इस हमले में 224 लोग मारे गए थे और हजारों लोग घायल हो गए थे।