जैसिंडा ने आस्ट्रेलिया (Australia) के इस रवैये को कीवीज के लिए खतरनाक बताया। उनके मुताबिक ये दोनों देशों के रिश्ते को प्रभावित कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि आस्ट्रेलिया के नियमों का उल्लंघन करने पर अगर कीवीज को निकाला जाता तो उन्हें इस बारे में कोई ऐतराज नहीं था, लेकिन पिछले छह साल में करीब जिन 2 हजार लोगों को वहां से निकाला गया है, वो तब बच्चे थे। ज्यादतर लोगों का बचपन आस्ट्रेलिया में ही बीता है। उनका क्राइम से कोई लेना-देना भी नहीं था, न ही वे किसी गैंग में शामिल थे।
जैसिंडा के तीखे वार का बचाव करते हुए स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि कीवीस को उनके देश भेजने का निर्णय आस्ट्रेलियाई डिपोर्टेशन पॉलिसी के तहत ही लिया गया है। इस पॉलिसी के तहत जो लोग अप्रवासी हैं और उन्हें क्राइम में लिप्त पाया गया। उन्हें जेल की सजा काटने के बाद उनके देश वापस भेज दिया गया। ऐसे में ये किसी खास देश या नागरिकों के खिलाफ नहीं है, बल्कि ये पॉलिसी में दिया गया एक प्रावधान है।