बताया जा रहा कि दंपति भतीजे को उसके परिजनों के पास छोड़ने साउथ कोरिया जाने की कोशिश में थे। गौरतलब है कि कोरिया लगातार इस बात को नाकारता रहा है कि उसके यहां कोई भी कोरोना का मरीज है। इसके बावजूद यहां पर कुछ क्षेत्रों में लॉकडाउन लगाया गया है और नियम तोड़ने वाले को कड़ी सजा मिलती है।
बिना पूछताछ के ही फायरिंग दस्ते ने बनाया निशाना
बताया जा रहा है कि उन्हें बिना किसी जांच के गोलीमार दी गई थी। हालांकि उनका भतीजा कथित तौर पर बच गया। उम्र कम होने की वजह से उसे छोड़ दिया गया। लड़का महिला के छोटे भाई का बेटा बताया गया है। वे सीमा प्रहरियों द्वारा पकड़े गए, क्योंकि वे एकसाथ भागने की कोशिश कर रहे थे। बताया जा रहा है इस तरह के कई मामलों में सीमा पार करने वाले लोगों को गोली मारी दी गई।
बताया गया है कि लॉकडाउन की वजह से दंपति का काम ठप था। दोनों पति-पत्नी इससे परेशान रह रहे थे। ऐसी खबरें भी आती रही हैं कि उत्तर कोरिया में सार्वजनिक तौर पर इस बात से इनकार किया जाता रहा है कि देश में कोरोना वायरस का संक्रमण भी है। किम जोंग भी बीते दिनों एक सार्वजनिक स्थान पर एक इमारत का उद्धाटन करने पहुंचे थे।
यहां पर वह बिना मास्क पहने घूम रहे थे। इसके साथ यहां पर आई जनता ने भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया। मगर देश में लोगों को सावधान रहने को कहा जाता है। कुछ दिन कुछ अधिकारियों की एक बैठक की तस्वीर सामने आई थीं। इसमें सबके चेहरों पर मास्क दिखाई दिए। इससे पता चलता है कि देश में कोरोना का संक्रमण है।