8 साल के क्रिस्टियन मैकफ्लेमी ने एक दिन टेलीविजन पर एक विज्ञापन देखा उस विज्ञापन से उसे इतनी प्रेरणा मिली की उसने कुछ अलग करने की ठानी। विज्ञापन में सेंट ज्यूड चिल्ड्रन्स रिसर्च हॉस्पिटल आम लोगों से अपील रहा था कि वे अपने बाल उन बच्चों के लिए दान करें जो बीमार हैं अथवा जिनके बाल नहीं है ताकि उनके जीवन में थोड़ी खुशी आ सके। इसके बाद में क्रिस्टियन मॉं ने उसे कीमोथेरेपी और इसके दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से समझाया और लोगों की तकलीफ के बारे में अवगत कराया। तब उसने कुछ ऐसा करने की ठानी कि क्रिस्टियन ने अपने बालों को लंबा करने और इसे कैंसर के बाल मरीजों को देने का फैसला किया।
असल में वो पैसा नहीं कमा रहा बस वो इंसान बनने की कोशिश कर रहा है! बस बात यही नहीं थी, ऐसा करने में उसे कितनी तकलीफों का सामना करना पड़ा इसका आप अंदाज़ा भी नहीं लगा सकते। इस नेक काम को करने के चलते उसने लोगों के उपहास और निर्दयतापूर्ण छेड़खानी को सहन किया। बहुत से मौकों पर कई बच्चे यहां तक कि बड़े लोग भी उसे एक लड़की’ बुलाकर टोंट मरते थे और कई अप्रिय बातें करते थे, कई लोगों ने तो उसे पैसों की पेशकश की कि वो बाल कटा ले लेकिन ऐसे ना घूमे किसी बच्चे के लिए ये सब झेलना कितना कठिन होगा यह सोचा भी नहीं जाता। इतने सारे तानों और तमाम मजाकों के बावजूद उसने अपनी गरिमा और साहृदयता बनाए रखी।
उसने दो साल तक बड़े धैर्यपूर्वक इंतजार किया और अपने बाल नहीं कटवाए। जब उसने बाल दान किये तब उनकी लंबाई लगभग 10 इंच थी। क्रिस्टियन मॉं को उसपर इतना गर्व है की फूले नहीं समाती आखिकार उसने भी उसे समाज की कड़ी सच्चाई से खुद लड़ते देखा है क्रिस्टियन की मां कहती हैं, ‘मुझे गर्व है उसने अपना सिर ऊंचा रखा और एक बार भी नहीं कहा कि वो अब थक गया है और अपने बाल कटवाना चाहता है।’
आखिकार वो दिन आ ही गया जब क्रिस्टियन के बालों को काटने का वो पवन दिन आ ही गया। वो बाल कटवाते समय इतना खुश था मानों उसे जग जीत लिया हो। तस्वीरों में आप देख सकते हैं वो कितना खुश है इस नेक काम को कर के उसकी शर्ट सबकुछ बयान कर रही है। अब इसे देखकर आप कहेंगे के नहीं के यह के अद्भुत बच्चा है। क्रिस्टियन के बालों को एक चेनयुक्त बैग में रख दिया गया और पूरे सम्मान के साथ उसे Children With Hair Loss को दान कर दिए।