हरीरी ने अपने भाषण में क्या कहा?
स्थानीय मीडिया के अनुसार, इस्तीफा देते हुए हरीरी ने अपने भाषण में कहा, ‘मैं अब आपसे यह नहीं छिपा सकता कि मैं अंत तक पहुंच गया हूं। मेरे सभी राजनीतिक साथियों से कहना है कि आज हमारी जिम्मेदारी है कि हम लेबनान की रक्षा करें। देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाएं। आज हमारे पास एक अवसर है, जिसे हमें इसे बर्बाद नहीं करना चाहिए।’
लोगों ने लेबनान का झंडा लहराया
वहीं, जैसे ही प्रधानमंत्री साद हरीरी ने अपने इस्तीफे का ऐलान किया ,प्रदर्शनकारियों के बीच खुशी की लहर छा गई। बेरूत में लोगों ने लेबनान का झंडा लहराया। हालांकि, इसी दौरान थोड़ी अराजकता फैल गई। इससे निपटने के लिए शहर के अलग-अलग हिस्सों में सेनाओं को तैनात किया गया है।
17 अक्टूबर से शुरू हुआ है प्रदर्शन
आपको बता दें कि, ये प्रदर्शन तब शुरू हुआ था, जब 17 अक्टूबर को लेबनान सरकार ने वाट्सएप कॉल पर टैक्स लगाने का ऐलान किया था। इसके बाद से देशभर में आंदोलन शुरू हो गया और लेबनान में हालात बदल गए हैं। हिंसा देखते हुए सरकार ने टैक्स वापस लेने का ऐलान कर दिया, लेकिन लोगों ने सरकार के इस्तीफे की मांग की।