कैथरिन के नाम कई उपलब्धियां दर्ज है। ऐसा माना जाता है कि अंतरिक्ष यात्रा संबंधित उनकी गणनाओं के कारण ही मानव को अंतरिक्ष में पहुंचाने में मदद मिली।
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कैथरीन ही वह महिला थीं जिनकी गणनाओं की वजह से मानव को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में भेजा जा सका और सोवियत यूनियन ( Soviet Union ) से अमरीका काफी आगे निकल गया। बता दें कि नासा ने सोमवार को कैथरीन के निधन की घोषणा की। नासा ने अपने बयान में कहा वह अपने बेहद महत्वपूर्ण समय के एक व्यक्तित्व के खो देने पर बहुत दुखी है और हम कैथरीन जॉनसन के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।
NASA में काम करने वाली अश्वेत महिला थी कैथरीन
आपको बता दें कि अश्वेतों को लेकर अमरीका ( America ) में काफी घृणा की दृष्टि से देखा जाता है। फिर भी कैथरीन ने इन सबसे परे अपने कार्य से मानव जाति के लिए एक मिशाल कायम की है। बतौर एक शिक्षक के तौर पर अपने करियर की शुरुआत करने वालीं कैथरीन नासा में काम करने वाली अश्वेत महिलाओं में से एक थीं।
कैथरीन नासा के कंप्यूटर पूल का हिस्सा थीं। ये पूल गणितज्ञों का एक समूह था। इसी समूह की ओर से तैयार किए गए डाटा की सहायता से नासा अंतरिक्ष में पहली बार सफल मिशन को अंजाम देने में कामयाब हुआ था।
उन्होंने 1969 की लैंडिंग से पहले चंद्रमा की मैपिंग ( Mapping of Moon ) की थी और अपोलो 13 ( Apollo 13 ) के अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर वापस लाने में मदद की थी।
कैथरीन के जीवन पर 2016 में बनी फिल्म
कैथरीन का जन्म वेस्ट वर्जीनिया ( West Virginia ) के व्हाइट सल्फर स्प्रिंग में 1918 में हुआ था। बचपन से ही वह गणित में उनकी प्रतिभा दिखने लगी थी। कैथरीन की नासा बायोग्राफी में बताया गया है कि वह उन तीन अश्वेत विद्यार्थियों में से एक थीं जिन्हें वेस्ट वर्जीनिया के स्नातक कॉलेजों को एकीकृत करने के लिए चुना गया था।
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कैथरीन 1986 में NASA से सेवानिवृत हुईं। 2016 में एक हॉलीवुड फिल्म ‘हिडेन फिगर्स’ बनी, जो कि कैथरीन के जीवन पर आधारित था। जनवरी 2017 में इस फिल्म को स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड अवार्ड भी मिला था। इसके अलावा इस फिल्म को प्रतिष्ठित ऑस्कर की तीन कैटेगरी में नामित भी किया गया था, हालांकि, फिल्म ऑस्कर जीत नहीं पाई।
आपको बता दें कि 2015 में तत्कालीन अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कैथरीन को प्रेसीडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम से सम्मानित किया था। उस दौरान ओबामा ने कहा था, कैथरीन जॉनसन ने मानवता की पहुंच की सीमाओं का विस्तार करते हुए जेंडर (लिंग) और नस्ल को लेकर समाज की अपेक्षाओं के दबाव में सीमित होने से इनकार किया।
नासा ने 2017 में कैथरीन के सम्मान में एक इमारत को ‘कैथरीन जी जॉनसन कम्प्यूटेशनल रिसर्च फैसिलिटी’ नाम दिया था।
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