कश्मीरियों की आवाज सुनने की अपील
ट्वीट में उन्होंने लिखा,’मैं संयुक्त राष्ट्र महासभा और अन्य नेताओं से कश्मीर में शांति, कश्मीरियों की आवाज सुनने और बच्चों के सुरक्षित रूप से स्कूल लौटने की दिशा में काम करने का आग्रह करती हूं।’ बता दें कि जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को पांच अगस्त को हटाए जाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद से कश्मीर घाटी में प्रतिबंध लागू हैं।
मलाला ने जताई चिंता
मलाला ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मैं मनमाने ढंग से गिरफ्तार कर जेल भेजे गए बच्चों समेत लगभग 4,000 लोगों, लगभग 40 दिनों से स्कूल नहीं जा पा रहे छात्रों, घर बिछड़ने का डर पाले लड़कियों को लेकर बहुत चिंतित है।’ मलाला ने अपने ट्वीट्स में पिछले हफ्ते पत्रकारों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और छात्रों समेत विभिन्न क्षेत्र के लोगों से हुई अपनी बातचीत भी साझा की।
कश्मीर मुद्दे पर पहले भी दे चुकी है बयान
आपको बता दें कि यूसुफजई इससे पहले भी कश्मीर मुद्दे पर बयान दे चुकी हैं। अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने से भारत और पाकिस्तान के बीच उपजे तनाव के बाद उन्होंने क्षेत्र में हिंसा को खत्म करने की अपील की थी। उन्होंने दक्षिण एशियाई, अंतरराष्ट्रीय समुदाय और अधिकारियों से भी कश्मीर पर प्रतिक्रिया देने का आवाह्न किया था।