थाइलैंड के रहने वाले इस शख्स को 8.5 करोड़ रूपए की लाटरी मिली थी, इतनी बड़ी रकम हाथ आने से कोई भी इंसान खुशी से पागल हो सकता है। जिरवुत अपने सामान्य जीवन को शानों-शौकत के रंग में रंगने के सपने सजा रहा था लेकिन पल भर में कुछ ऐसा हो गया कि उसके सपने टूटकर बिखर गए और इस सदमें से जिरवुत उभर न सका और मौत को गले लगाना बेहतर समझा। दरअसल हुआ यू कि वो लॉटरी उसके घर से गायब था जिसे लेकर वो अपने जि़ंदगी के नक्शे को बदलने की सोच रहा था।
लॉटरी के गुम हो जाने से जि़रवुत को इस कदर झटका लगा कि वो इसे सह नहीं पाया। ये सदमा इतना गहरा था कि वो अवसाद का शिकार हो गया। इस गम से बाहर निकलना शायद उसके लिए नामुमकिन था और इसी के चलते उसने खुद को गोली मारकर दुनिया से जाने का फैसला लिया। हांलाकि अभी ये बात स्पष्ट नहीं हुई है कि यदि किसी और को वो टिकट मिल जाता है या गया है और उन राशि का दावेदार बनता है तो ऐसी परिस्थिति में क्या फैसला होगा?
इसका जवाब तो आने वाले समय में ही मिलेगा लेकिन जिरवुत के अचानक इस कदर चले जाने से उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। शायद इसीलिए कहा जाता है कि अपनी भावनाओं में कभी नहीं बहना चाहिए और उन पर काबू रहना चाहिए नहीं तो यहीं भावना इंसान को लेकर डूब जाते हैं।