scriptइस साल दुनिया में हुए कई अहम बदलाव, किलोग्राम को मिली नई पहचान | Many major changes this year, new recognition given to Kg | Patrika News

इस साल दुनिया में हुए कई अहम बदलाव, किलोग्राम को मिली नई पहचान

locationनई दिल्लीPublished: Dec 25, 2018 04:50:53 pm

Submitted by:

mangal yadav

आपके मन में यह जानने की प्रबल इच्छा हो रही होगी कि 2018 में ऐसा क्या कुछ खास रहा जिसकी वजह से उसे याद किया जाए।

World Recap 2018

aaaaaaaaaaaa

नई दिल्लीः साल 2018 खत्म होने में कुछ ही दिन शेष है। आपके मन में यह जानने की प्रबल इच्छा हो रही होगी कि 2018 में ऐसा क्या कुछ खास रहा जिसकी वजह से उसे याद किया जाए। अब हम आपको बताने जा रहे हैं कौन से देश में ऐसे अहम बदलाव हुए जिसे दुनिया याद रखेगी। सबसे पहले बात करते हैं ऑस्ट्रेलिया की। अभी हाल में ही प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने विदेश नीति में अहम बदलाव करते हुए जेरुशलम को इजराइल की राजधानी को मान्यता दे दी। उन्होंने यह भी कहा कि उनका देश फिलस्तीन की बजाय इजरायल को अधिक महत्व देगा। ऑस्ट्रेलिया ने यह घोषणा अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा जेरुशलम को इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता देने के साल भर बाद की।

अब बात करते हैं कैटालोनिया की। स्पेन से आजादी के लिए इस साल यहां पर जनमत संग्रह कराया गया जिसको लेकर जबरदस्त हंगामा हुआ। भारी विरोध के बावजूद आखिरकार एक अक्टूबर को कैटालोनिया में जनमत संग्रह हुआ। 5.3 मिलियन पंजीकृत मतदाताओं में 90 फीसदी लोगों ने कैटालोनिया को स्पेन से अलग होने के पक्ष में मतदान किया। महज आठ फीसदी मतदाताओं ने इसके विरोध में वोट किया। जनमत संग्रह के बाद स्थानीय सरकार ने कैटालोनिया को स्पेन से आजादी की घोषणा कर दी। हालांकि स्पेन की केंद्रीय सरकार ने इसे खारिज कर दिया। इस मामले को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन में हजारों लोग घायल हुए तो कई लोगों को अपनी जान भी गवानी पड़ी।

आयरलैंड में भारतीय मूल की महिला डॉक्टर सविता हलप्पनवार की 2012 में मौत के बाद यहां पर गर्भपात कानून को बदलने की मांग जोर पकड़ने लगी। भारी प्रदर्शन के आगे झुकते हुए सरकार ने जनमत संग्रह कराने का फैसला किया। 25 मई को कराए गए ऐतिहासिक जनमत संग्रह में लोगों ने गर्भपात कानून में बदलाव के समर्थन में वोट किया। इसके बाद इसी महीने दिसंबर में आयरलैंड की संसद (सेनेट) ने गर्भपात कानून को मंजूरी दे दी। नए कानून के तहत 12 सप्ताह तक के गर्भ को गिराने की इजाजत दी गई है। यदि किसी विशेष स्थिति में गर्भवती महिला की जान को खतरा हो तो गर्भपात कराने की अनुमति होगी। यह कानून असामान्य भ्रूण को खत्म करने की इजाजत भी देगा जो जन्म के 28 दिनों के भीतर या उससे भी पहले नवजात शिशु की मौत का कारण बन सकता है।

श्रीलंका में इस साल बहुत बड़ा सियासी संग्राम देखा गया। 26 अक्टूबर को प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने बर्खास्त कर दिया और महिंदा राजपज्ञे का देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया। संसद से लेकर सड़क तक हंगामा बरपा। मामला कोर्ट में गया तो कानूनी लड़ाई में विक्रमसिंघे को जीत मिली और आखिरकार इसी महीने की 16 तारीख को उन्होंने दोबारा प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाई गई।

इस साल नवंबर में किलो का वजन करने का पैमाना बदल गया। फ्रांस के वर्सेल्स में किलोग्राम की परिभाषा बदलने का फैसला 60 देश के प्रतिनिधियों ने किया। इससे पहले किलोग्राम का स्टैंडर्ड तय करने के लिए बाट का इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन अब वैज्ञानिकों ने किलोग्राम वजन को पेरिस में रखे मिश्रित धातु के सिलेंडर (बाट) से नापने की बजाए किसी प्राकृतिक भार को नापने की ईकाई बनाया है, और इस ईकाई का नाम है ‘प्लांक कॉन्सटैंट’।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो