दक्षिण कोरिया का लक्ष्य अगले साल तक एमआरएनए वैक्सीन विकसित करना
दरअसल, बैंसल ने रविवार को कहा कि कोरोना के नए वैरिएंट्स से बचाव के लिए बूस्टर शॉट के तौर पर टीके की तीसरी खुराक जरूरी है। यह बूस्टर डोज अधिक से अधिक लोगों को लगाने की आवश्यकता है।
जोखिम का काम करने वालों को तीसरी डोज जरूरी
बैंसेल ने मीडिया से बातचीत में बताया कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट्स से खतरा बढ़ रहा है। ऐसे में हमारी वैक्सीन एक निश्चित समय तक प्रभावी हो सकती है। यही कारण है कि हमें गर्मियों के अंत तक उन सभी लोगों को टीके की तीसरी खुराक देनी चाहिए जो विशेष जोखिम के साथ काम कर रहे हैं। जैसे कि अस्पताल में काम करने स्वास्थ्य कर्मी, जिन्होंने इस साल के शुरुआत में ही पहली खुराक ले ली थी।
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मौतों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है
इसके साथ बैंसल ने कहा कि जिन कमजोर लोगों, किशारों और नौजवानों को टीका नहीं लगा है, उन्हें भी बूस्टर की खुराक देनी चाहिए। इसके साथ उन्होंने चेतावनी दी कि टीकाकारण में दो माह से अधिक की देरी होने पर अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों और मौतों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। इस तरह से चौथी लहर भी आ सकती है।