खबरों के अनुसार यह खेल इस्लामिक देशों में खेला जाता है। इसमें लड़के किसी अकेली लड़की को देखकर उसके चरों ओर घेरा बना लेते हैं और फिर शुरु होता है वहशीपन करने का सिलसिला। इस घेरे में अंदर वाले लड़के एक-एक कर उस लड़की के साथ बलात्कार करते हैं, इस दौरान घेरे के बाहर की तरफ खड़े लड़के भीड़ को दूर रखते हैं। इस तरह यह घिनौना काम तब तक चलता रहता है जब तक ये सारे लड़के अपनी वासना को शांत नहीं कर लेते। इस तरह ये लड़के किसी भी लड़की के साथ सार्वजनिक स्थान पर भी गैंगरेप करते हैं।
इस्लामिक देशों से निकलकर ये प्रथा अब यूरोपीय देशों में भी अपने पैर पसार रही है। इस घिनौने खेल को अब यूरोपीय देशों के लड़के भी अपना रहे हैं। इस तरह किसी बेबस और अकेली लड़की के साथ बहुत सारे लड़को सामूहिक बलात्कार करते हैं। इस खेल की शुरुआत अरब देशों में हुई थी। वहां इसे ‘तहर्रुश गेमिया’ कहा जाता था। इसका मतलब सामूहिक छेड़छाड़ से था। लेकिन ये खेल अब छेड़छाड़ का न रहकर गेंगरैप जैसा खतरनाक व गंभीर अपराध बन चुका है। यहां तक ऐसे भी हुआ है कि मिश्र में एक रिपोर्टर इस तरह की घटना का शिकार हो चुकी है। सभ्य समाज में सबसे गंभीर अपराधों मे से एक है बलात्कार फिर भी ये देश ऐसा करते हैं।