नासा ने योजना तैयार की है कि वह 50 से 500 ग्राम के मिट्टी के नमूनों को खरीदने के लिए 15 हजार और 25 हजार डॉलर तक का भुगतान करने को तैयार है। नासा के अनुसार चंद्रमा की चट्टानों व मिट्टी को एकत्र करना आगे के परिणामों के लिए लाभदायक सिद्ध हो सकेगा।
इस पहल से अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा खन्न कार्य को शुरू करने से पहले सिद्दांतों को स्थापित करने में मदद मिल सकेगी। वहीं यह पहल भवष्यि के लिए अंतरिक्ष अभियानों में सहायक सिद्ध होगी।
नासा का कहना है कि 2024 तक वह दोबारा मानव को चांद पर उतारने का मन बना रहा है। ऐसे में वह स्वामित्व का प्रयास कर रही है। कंपनियों को चांद की स्तह से धूल या चट्टानों को एकत्र करना होगा, हालांकि उन्हें पृथ्वी पर वापस नहीं भेजना होगा।
प्रत्येक कंपनी को उनके द्वारा एकत्र किए गए नमूनों की तस्वीरों को नासा भेजना होगा। इन नमूनों को कहां से एकत्र किया और कब उठाया गया। इसकी जानकारी भी देनी होगी। नमूनों का भार 50 से 500 ग्राम के बीच हो। ये भविष्य के मिशन के लिए संग्रह होगा। एक ब्लॉग पोस्ट में नासा के प्रशासक जिम ब्रिडेनस्टाइन का कहना है कि हम नए युग की तैयारी कर रहे हैं। इससे मानव सभ्यता को खासा लाभ होगा।
ब्रिडेनस्टाइन के अनुसार इस तरह से कम दर में सुरक्षित रूप से चंद्रमा पर लौटने की क्षमता का विकास होगा। उन्होंने कहा कि नासा की ये योजनाएं 1967 की बाहरी अंतरिक्ष संधि का उल्लंघन नहीं करेगी।