ब्रिटेन में हुए एक शोध में पाया गया कि महामारी आने से पहले कम से कम दो साल तक निष्क्रिय लोग के अस्पताल भर्ती होने और मौत की आशंकाएं अधिक हैं। ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन के अनुसार धूम्रपान, मोटापा और हाईपरटेंशन की तुलना में शारीरिक तौर पर निष्क्रिय होना सबसे ज्यादा बड़ा जोखिम माना गया है।
अभी तक कोरोना वायरस जैसे गंभीर संक्रमण का कारण बढ़ती उम्र, डायबिटीज, मोटापा या कार्डिवैस्क्युलर बीमारी थी। मगर अब निष्क्रिय जीवनशैली भी इस सूची में शामिल है। इस बात का पता लगाने के लिए शोधकर्ताओं ने अमरीका में 48 हजार 440 कोविड संक्रमित व्यस्कों पर शोध किया। ये शोध जनवरी से अक्टूबर 2020 के बीच किया गया।
इस दौरान मरीज की औसत उम्र 47 थी। वहीं पांच में से तीन मरीज महिलाएं थीं। शोध में शामिल करीब आधे मरीजों को डायबिटीज क्रोनिक लंग कंडीशन दिल या किडनी की कोई बीमारी नहीं थी। करीब 20 फीसदी मरीजों को इनमें से एक बीमारी थी। जबकि 30 प्रतिशत से अधिक मरीजों को दो या उससे ज्यादा बीमारियां थीं।