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North korea ने दक्षिण कोरिया से सभी रिश्ते तोड़े, अंतर-कोरियाई संपर्क कार्यालय को ध्वस्त किया

locationनई दिल्लीPublished: Jun 16, 2020 08:53:18 pm

Submitted by:

Mohit Saxena

Highlights

उत्तर कोरिया (North Korea) के इस कदम के बाद कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ गया है, इस तरह से अब सारे संचार माध्यमों को काट दिया गया है।
स्थानीय समयानुसार दोपहर दो बजकर 49 मिनट पर इस इमारत को ध्वस्त कर दिया गया।

North Korea Destroy Inter-Korea Liaison Office

टीवी पर ध्वस्त अंतर-कोरियाई संपर्क कार्यालय को देखता दर्शक।

प्योंगयांग। उत्तर कोरिया (North Korea) ने मंगलवार को अपनी सीमा के भीतर मौजूद अंतर-कोरियाई संपर्क कार्यालय को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। इसी के साथ उसने दक्षिण कोरिया (South korea) के साथ सभी संचार माध्यमों को काट दिया है। उत्तर कोरिया के इस कदम के बाद कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ गया है।
प्योंगयांग ( Pyongyang) की कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) के अनुसार उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के साथ होने वाले दुष्प्रचार को समाप्त कर, उनके अपराधों की बड़ी कीमत चुकाने के मकसद से इस कार्यालय को ध्वस्त किया है। एजेंसी का इशारा उन लोगों की तरफ था जो उत्तर कोरिया को छोड़कर सीमा पार गए और प्योंगयांग के खिलाफ संदेश भेज रहे हैं। ये संदेश गुब्बारे पर पर्चे के माध्यम से दिए जा रहे हैं।
कॉम्पलेक्स से धुआं निकलता दिखाई दिया

दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्रालय का कहना है कि उत्तर कोरिया के सीमावर्ती कस्बे केसोंग में स्थित उस भवन को स्थानीय समयानुसार दोपहर दो बजकर 49 मिनट पर ध्वस्त कर दिया गया। हालांकि उसने इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी। मीडिया में आई तस्वीरों में भवन के एक कॉम्पलेक्स से धुआं निकलता दिखाई दिया। एजेंसी का कहना है कि इलाका अब पूरी तरह से बंद हो चुके औद्योगिक पार्क का हिस्सा है। इस जगह पर संपर्क कार्यालय मौजूद था। केसीएनए ने इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दिया है। अभी तक ये सामने नहीं आया कि इस कार्यालय को किस तरह से तबाह किया गया है।
इससे पहले, मंगलवार को उत्तर कोरिया की सेना ने उन क्षेत्रों में वापस लौटने को कहा है जिसे अंतर-कोरियाई शांति समझौते के तहत असैन्य क्षेत्र घोषित किया है। अमरीका की कोशिशों के बावजूद उसने दक्षिण कोरिया पर लगातार दबाव बनाना जारी रखे हुआ है।
दक्षिण कोरिया के साथ संबंधो का निर्णय सेना करे

इससे पहले उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की बहन भी कह चुकी हैं कि किसोंग में सीमा से लगते हुए क्षेत्र में बेकार पड़े अंतर-कोरियाई संपर्क कार्यालय को खत्म कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि दुश्मन दक्षिण कोरिया के साथ संबंधो का निर्णय सेना करे।
हालांकि अभी तक ये स्पष्ट नहीं है कि उत्तर कोरिया की सेना क्या करेगी। मगर इसे एक बड़ी धमकी के रूप में देखा जा रहा है। वह सीमा पर तनाव को कम करने के लिए 2018 में हुए द्विपक्षीय सैन्य समझौते से अपने हाथ पीछे खींच सकती है।
परमाणु समझौता प्रगति नहीं कर रहा है

उत्तर कोरिया ने हाल ही में दक्षिण कोरिया के साथ सभी तरह के संबंधों को खत्म कर दिया है। उसका कहना है कि वाशिंगटन के साथ परमाणु समझौता प्रगति नहीं कर रहा है। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई-इन ने सोमवार को कहा था कि उत्तर कोरिया दुश्मनी को बढ़ावा देना बंद करे। किसी को भी शांति समझौते से पीछे नहीं हटना चाहिए।

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