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मीडिया कवरेज से तनाव में आया किम जोंग, पत्रकारों को वापस लौटाया

Published: May 23, 2018 08:56:03 am

Submitted by:

Mohit Saxena

दक्षिण कोरियाई मीडिया को देश में घुसने की नहीं दी इजाजत, सैन्य अभ्यास से खफा उत्तर कोरियाई तानाशाह।

kim jong and trump

kim jong and trump

वाशिंगटन। उत्तर कोरिया का तनाशाह किम जोंग उन परमाणु कार्यक्रम को रोकने की एकतरफा घोषणा को लेकर काफी तनाव में है। उसे इसी माह के अंत तक सभी परमाणु परीक्षण स्थलों को बंद करना है। गौरतलब है कि 12 जून को अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के पहले उसे अपने सभी परमाणु कार्यक्रमों को खत्म करने का संदेश पूरी दुनिया को देना होगा। इस बात की पुष्टि के लिए विदेशी मीडिया भी काफी दिलचस्पी ले रही है। इसके लिए चार्टड प्लेन से विदेशी मीडिया का उत्तर कोरिया आना शुरू हो चुका है। ऐसे में अब अगर किम अपने वायदे से मुकरता है तो इसकी खबर बाहरी दुनिया को चल जाएगी और अमरीका उस पर और कड़े प्रतिबंध लगा सकता है।
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दक्षिण कोरियाई मीडिया को नहीं मिली इजाजत

उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर सबसे ज्यादा खुश दक्षिण कोरिया है। उसका मानना है कि अगर पड़ोसी देश कमजोर हो जाए तो वह कोरियाई क्षेत्र में अपना वर्चस्व कायम कर सकता है। किम की सच्चाई जानने के लिए एक मीडिया का दल उत्तर कोरिया पहुंचने वाला था,मगर उसे उल्टे हाथ लौटा दिया गया। मंगलवार को उन्हें बीजिंग से चार्टर्ड विमान में सवार होने की इजाजत नहीं दी गई। किम दक्षिण कोरिया से नाराज है। उत्तर कोरियाई मीडिया का कहना है कि एक तरफ दक्षिण कोरिया दोस्ती का हाथ बढ़ा रहा है तो दूसरी तरफ अमरीका से मिलकर सैन्य अभ्यास कर रहा है। किम को डर है कि कहीं दक्षिण कोरिया के उसके फैसले का फायदा न उठा ले।
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अमरीका की धमकी

उत्तर कोरिया को लगातार अमरीका की तरफ से धमकियां दी जा रही हैं कि अगर उसने वार्ता तोड़ी तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। अमरीका ने तो यहां तक कह डाला की वार्ता रद्द होने पर उसका हाल गद्दाफी की तरह होगा। ऐसे बयानों को लेकर किम काफी डरा हुआ है। दरअसल गद्दाफी पर भी अमरीका ने दबाव बनाया था कि वह अपने परमाणु हथियारों का निरस्त्रीकरण करे। गद्दाफी भी इस पर सहमत हो गया था और उसने परमाणु कार्यक्रमों को खत्म कर दिया था। मगर इसके बाद अमरीका ने लीबिया में विद्रोह छेड़कर उसकी हत्या कर दी थी।

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