तीन घर इसकी चपेट में आए
यह भूस्खलन बुधवार को तड़के हुआ। इसकी चपेट में घरों के आ जाने के बाद बचाव कर्मचारी पांच लापता महिला और एक पुरुष की तलाश कर रहे हैं। इस दौरान बचावकर्मी चट्टानें और कीचड़ हटाने के काम में लगे रहे। बचाव टीम का कहना है कि राहत कार्य जारी है। मलबे में दबे लोगों की तलाश की जा रही है। जापानी मीडिया के अनुसार, इमारत के आसपास भी काफी नुकसान पहुंचा है। ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि मलबे में दबे होने के कारण कुछ और जानें जा सकती हैं। मलबे को हटाने के लिए आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
कई भूस्खलन की घटनाएं हुईं
जापान में पिछले कई सालों से भूस्खलन की घटनाएं होती रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार को ऐहतियात बरतना होगा। क्यूशू विश्वविद्यालय में भू-तकनीकी संस्थान के प्रोफेसर याशुहिरो मीटानी का कहना है कि बारिश के कारण मिट्टी की पकड़ ढीली हो गई थी। इस कारण यह हादसा हुआ है।
2011 में जापान में मची थी भारी तबाही
11 मार्च, 2011 में भूकंप ने पूर्वोत्तर जापान को हिला कर रख दिया था। भूकंप के साथ आए सुनामी ने भारी तबाही मचाई थी। जापान अभी इस आपदा से उबर भी नहीं पाया है। इस आपदा ने 120,000 से अधिक इमारतों को नष्ट कर दिया था। जापानी सरकार के मुताबिक, आपदा से प्रत्यक्ष वित्तीय नुकसान लगभग 235 अरब डॉलर तक पहुंच चुका है। विश्व बैंक का अनुमान है, यह विश्व के इतिहास में सबसे महंगी प्राकृतिक आपदा है।