अब यूएन में तालिबान के प्रतिनिधि को मान्यता देने की मांग के पीछे भी पाक का ही दिमाग बताया जा रहा है। जानकारों के अनुसार तालिबान को लेकर दुनियाभर की आशंकाओं के बीच पाकिस्तान की दरियादिली उसके इरादों पर सवाल खड़ा करती है। फिलहाल भारत पुरजोर तरह से पाक की कवायद का विरोध कर रहा है।
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आईएसआई की वर्चस्व जमाने की रणनीति
जानकारों के अनुसार पाकिस्तान की आईएसआई पूरी तरह से तालिबानी शासन पर अपना वर्चस्व कायम करने की कोशिश में है। पाकिस्तान ने तालिबान को भरोसा दिलाया है कि वह उसकी आवाज वैश्विक स्तर पर मुखर करेगा। तालिबानी व्यवस्था में पाक समर्थक चेहरों को ज्यादा महत्व देने के लिए भी पाकिस्तानी एजेंसी शुरू से प्रयासरत रही है।