अंडर सी गैस पाइप लाइन मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान ने समुद्र के भीतर गैस पाइप लाइन प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए रूस से करार कर लिया है।
तालिबान का बदला मिजाज, अफगानिस्तान में भारत की इस परियोजना को दिया समर्थन भारत और ईरान भी थे शामिल बता दें कि इस प्रोजेक्ट में ईरान और भारत के नाम भी शामिल थे, लेकिन अब वो इस प्रोजेक्ट में काम करेंगे या नहीं इस बात की अभी जानकारी नहीं है।
पाक के विदेश मंत्रालय का बयान मामले पर पाक के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ मोहम्मद फैसल ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में कई पहलुओं पर अध्ययन किया जाएगा उसके बाद ही काम को मूर्तरूप दिया जाएगा। फैसल ने आगे बताया कि प्रोजेक्ट में सबसे पहले इस बात का पता लगाया जाएगा कि समुद्र के नीचे गैस पाइपलाइन लगाई जा सकती है या नहीं।
रूस-जर्मन गैस पाइपलाइन पर लग सकता है ग्रहण, विरोध में कई यूरोपीय देश 2017 से टल रहा था प्रोजेक्ट उनका कहना है कि यह प्रोजेक्ट 2017 से टल रहा था लेकिन अब पाक के ऊर्जा मंत्रालय ने रूसी फेडरेशन के साथ मिलकर इस पर करार किया है। प्रोजेक्ट पर पहले अध्ययन किया जाएगा उसके बाद ही आगे कि योजना बनाई जाएगी।
ईरान-पाक प्रोजेक्ट से अलग है ये प्रोजेक्ट पर जब फैसल से पूछा गया कि ईरान-पाकिस्तान गैस पाइपलाइन के प्रोजेक्ट पर भी काफी समय से बात चल रही है, तो क्या इस नए प्रोजेक्ट से उस पर कोई असर पड़ेगा। इस पर फैसल ने कहा कि ईरान-पाकिस्तान वाला प्रोजेक्ट एक अलग प्रोजेक्ट है, इसका नए से कोई लेना-देना नहीं है।
चार देशों के नाम गौरतलब है कि समुद्र के अंदर गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट में चार देश पाकिस्तान, ईरान, रूस और भारत शामिल होंगे और प्रोजेक्ट पर काफी समय से चर्चा होती रही है।