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ब्रिटेन के लोग अकेलेपन के हो रहे गुलाम, एक चौथाई जनसंख्या इस समस्या से जूझ रही

Published: Aug 15, 2018 09:34:59 am

Submitted by:

Mohit Saxena

अकेलेपन को लेकर यहां के लोगों में इतना खौफ है कि इससे निपटने लिए अलग मंत्रालय भी बनाया।

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ब्रिटेन के लोग अकेलेपन के हो रहे गुलाम, एक चौथाई जनसंख्या इस समस्या से जूझ रही

नई दिल्ली। करीब 200 वर्ष तक भारत पर राज करने वाला ब्रिटेन आज ऐसी समस्या का गुलाम बन गया है,जो उसके प्रगतिशील सामाज के लिए खतरा बनता जा रहा है। इस समस्या की जंजीरों में ब्रिटेन पूरी तरह से जकड़ गया है। आज ब्रिटेन के पास सबसे बेहतरीन अर्थव्यवस्था है। यहां पर लोगों के पास सभी मूलभूत सुविधाएं तो मौजूद हैं,मगर उनसे बात करने वाला कोई नहीं है। अकेलेपन को लेकर यहां के लोगों में इतना खौफ है कि इससे निपटने लिए कई संस्थाएं काम कर रहीं हैं। ब्रिटेन ने इसके लिए अलग से एक मंत्रालय तक बना दिया है। लोलिनेस मंत्रालय का काम ऐसे लोगों को चिन्हित कर उन्हें मदद पहुंचाना है। मंत्रालय हर साल सरकार को इस बारे में रिपोर्ट भेजती है।
90 लाख लोग अकेलेपन की समस्या से जूझ रहे

ब्रिटेन की जनसंख्या करीब छह करोड़ के करीब है। इसमें से करीब 90 लाख लोग अकेलेपन की समस्या से जूझ रहे हैं। यहां पर सबसे अधिक बुजुर्ग इसकी जकड़ में हैं। एक सर्वे के अनुसार सामने आया है कि कई बुुजुर्गों को बिना किसी से बात किए महीने भर से अधिक समय बीत जाता हैं। कई बुजुर्ग इसके कारण अवसाद ग्रस्त हो गए हैं। वे डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं। यहीं नहीं युवा भी इसी समस्या से परेशान हैं। सर्वे में सामने आया कि यहां के युवाओं को सिर्फ पैसे कमाने की ललक हैं,मगर उन्हें अपने रिश्ते बेहतर करने की कोई चिंता नहीं है। वे अपने माता—पिता को छोड़कर अपनी निजी समस्या को सुलझाने में लगे रहते हैं।
स्वयंसेवी संस्थाए समस्या को दूर करने में जुटीं

ब्रिटेन में अकेलेपन के कारण हर साल करीब एक लाख लोग आत्महत्या कर रहे हैं। यहां के लोग कुंठित जीवन जीने पर मजबूर हैं। परिवार की संरचना और संस्कृति के कारण यहां पर अकेले रहने वाले की संख्या बढ़ती जा रही है। कई स्वयंसेवी संस्थाएं ऐसे लोगों को अपनी सेवाएं दे रहीं हैं। वह ऐसे लोगों के पास अपने कर्मचारियों को भेजकर उनसे उनकी मन की बाते शेयर कर रहीं हैं। इसके लिए कर्मचारियों को पैसे भी दिए जाते हैं। कर्मचारियों का काम सामने वाले की बातों को सुनकर उनसे संवाद स्थापित करना होता हैै। नियमित ऐसा कर वह सामने वाले को डिप्रेशन से दूर करने की कोशिश करते हैं।
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