90 लाख लोग अकेलेपन की समस्या से जूझ रहे ब्रिटेन की जनसंख्या करीब छह करोड़ के करीब है। इसमें से करीब 90 लाख लोग अकेलेपन की समस्या से जूझ रहे हैं। यहां पर सबसे अधिक बुजुर्ग इसकी जकड़ में हैं। एक सर्वे के अनुसार सामने आया है कि कई बुुजुर्गों को बिना किसी से बात किए महीने भर से अधिक समय बीत जाता हैं। कई बुजुर्ग इसके कारण अवसाद ग्रस्त हो गए हैं। वे डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं। यहीं नहीं युवा भी इसी समस्या से परेशान हैं। सर्वे में सामने आया कि यहां के युवाओं को सिर्फ पैसे कमाने की ललक हैं,मगर उन्हें अपने रिश्ते बेहतर करने की कोई चिंता नहीं है। वे अपने माता—पिता को छोड़कर अपनी निजी समस्या को सुलझाने में लगे रहते हैं।
स्वयंसेवी संस्थाए समस्या को दूर करने में जुटीं ब्रिटेन में अकेलेपन के कारण हर साल करीब एक लाख लोग आत्महत्या कर रहे हैं। यहां के लोग कुंठित जीवन जीने पर मजबूर हैं। परिवार की संरचना और संस्कृति के कारण यहां पर अकेले रहने वाले की संख्या बढ़ती जा रही है। कई स्वयंसेवी संस्थाएं ऐसे लोगों को अपनी सेवाएं दे रहीं हैं। वह ऐसे लोगों के पास अपने कर्मचारियों को भेजकर उनसे उनकी मन की बाते शेयर कर रहीं हैं। इसके लिए कर्मचारियों को पैसे भी दिए जाते हैं। कर्मचारियों का काम सामने वाले की बातों को सुनकर उनसे संवाद स्थापित करना होता हैै। नियमित ऐसा कर वह सामने वाले को डिप्रेशन से दूर करने की कोशिश करते हैं।