scriptएक तरफ खाने को लेकर होते हैं नखरे तो कहीं कीचड़ से बनीं बिस्कुट खाकर लोग भरते पेट | People of Haiti eat mud biscuit | Patrika News

एक तरफ खाने को लेकर होते हैं नखरे तो कहीं कीचड़ से बनीं बिस्कुट खाकर लोग भरते पेट

Published: Feb 17, 2018 10:56:58 am

Submitted by:

Arijita Sen

खुद को जि़ंदा रखने के लिए यहां लोग मिट्टी के बिस्कुट बनाकर खाने को मजबूर हैं।

Haitian
नई दिल्ली। अकसर खाने को लेकर हमारे काफी नखरे होते हैं कि ये नहीं खाएंगे या वो नहीं पसंद। पसंद हो भी तो बिल्कुल फ्रेश हो या फिर खाना गर्म हो। थोड़ा इधर्र से उधर होने पर हम या तो नहीं खातें या बेमन से खाकर खाना प्लेट में ही छोड़ देते हैं।
यूनाइटेड नेशन्स के फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन के अनुमान के अनुसार करीब 1.3 अरब टन खाने योग्य चीजें कचरे में फेंक दी जाती हैं और ये दुनियाभर में कई करोड़ लोगों का पेट भर सकती हैं। कुछ स्थानों पर गरीबी इस कदर फैली हुई है कि दो वक्त का भरपेट खाना उनके लिए किसी सपने से कम नहीं है।
Mud biscuit
बात अगर लैटिन अमेरिकी के देश हैती की बात करें तो यहां गरीबी अपने चरम पर है जिसके चलते खुद को जि़ंदा रखने के लिए यहां लोग मिट्टी के बिस्कुट बनाकर खाने को मजबूर हैं। यहां लोगों की औसत आय दो डॉलर यानी करीब 120 रुपए से भी कम है। फल, दूध और अन्य खाने की चीजें यहां के लोगों के लिए किसी शानों शौकत से कम नहीं है।
भूखे पेट को शांत करने के लिए यहां लोग कीचड़ खाकर ही जि़ंदा रहने को विवश है और बैक्टीरिया और दुषण से ये लोग कुपोषण का शिकार हो रहे हैं और इसका उनके स्वास्थ्य पर भी काफी बुरा असर पड़ रहा है। यहां करीब तीन लाख लोगों के पास खाने के लिए न तो पैसे है और न ही कोई अन्य साधन।
Mud biscuit
हैती के निवासी पहाड़ी मिट्टी में पानी और वनस्पति तेल मिलाकर उन्हें बिस्कुट का आकार देकर धूप में सुखा लेते हैं और जब उनके पास खाने को कुछ नहीं होता तो वे यही बिस्कुट खाकर पेट भरते हैं। यहां के लोग इस तरह के बिस्कुट को बोन-बोन टैरेस के नाम से बुलाते हैं। हैती तो बस एक उदाहरण है, दुनिया में ऐसी कई सारी जगहें है जहां के हालात हैती से कम नहीं है ऐसे में वो खुशनसीब है जिनके पास खाने की प्राचुर्यता है और इसे नष्ट करने के बजाय किसी भूखे को खिला देने में ही समझदारी है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो