पिचाई ने ईमेल के जरिए लैंगिक भेदभाव वाले मेमो को नुकसानदेह जड़ताओं को बढ़ावा देने वाला बताया। उन्होंने कहा है कि वह अपनी छुट्टियां रद्द कर वापस लौट रहे हैं। गुरुवार को कर्मचारियों के साथ टाउनहॉल करेंगे।
गूगल की वाइस प्रेजिडेंट डैनियल ब्राउन ने कहा कि गूगल ने खात बात यह ही है कि यहां अलग-अलग विविधता, अखंडता और शासन के लोग हैं। जिनके बीच में किसी भी तरह का अंतर नहीं किया जाता। वहीं एक कर्मचारी ने कहा कि अगर इस मामले में एचआर कुछ नहीं करती हैं। तो वह यह कंपनी तुरंत छोड़ देंगे। बता दें कि यह कर्मचारी गूगल में 5 साल से कार्यरत है। कर्मचारी ने कहा कि हमें ऐसे लोगों से बचने की जरूरत है जिनकी सोच काफी छोटी है।
गूगल के इंजीनियर जेम्स डेमोर ने ‘गूगल का आदर्शवादी इको चैंबर’ के नाम से लेख लिखा था। डेमोर ने लिखा था कि महिलाएं सामाजिक और कला से जुड़े क्षेत्रों में नौकरी करना ज्यादा पसंद करती हैं। वहीं पुरुषों को कम्प्यूटर कोडिंग की दुनिया में मजा आता है। उन्होंने कहा था कि इसी जैविक अंतर के कारण ही गूगल में काम करने वाले कर्मचारियों में महिलाओं की संख्या 50 फीसदी नहीं है। डेमोर का यह पोस्ट तेजी से वायरल हो गया। जिसके बाद उनकी कड़ी आलोचना हुई। इसके बाद गूगल ने डेमोर को कंपनी से निकाल दिया। साथ ही कंपनी ने यह भी कहा कि कंपनी को डेमोर की सोच से कोई संबंध नहीं है।