Ex राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद रिहा
संसदीय सचिव जनरल अहमद मोहम्मद ने बिना कोई कारण बताए रविवार की सुबह अपने पद से इस्तीफा दे दिया। मालदीव की सर्वोच्च न्यायालय ने गुरुवार को निर्वासित पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद समेत जेल में बंद अन्य नेताओं को तुरंत रिहा करने का आदेश दिया था जिसके बाद से देश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, मालदीव की सरकार ने रविवार को कहा कि देश की शीर्ष अदालत राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन को पुलिस द्वारा गिरफ्तार करवाना चाहती है और सेना इस बात पर जोर दे रही है कि ऐसे आदेशों को लागू नहीं किया जा सकता।
असंवैधानिक बताया कदम
सेना और पुलिस प्रमुख के साथ रविवार को बैठक के बाद महान्यायवादी मोहम्मद अनिल ने संवाददाताओं को बताया कि सरकार को जानकारी मिली है कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा राष्ट्रपति यामीन को गिरफ्तार करने का आदेश दिया जाने वाला है। महान्यायवादी ने इस कदम को ‘असंवैधानिक’ बताया और कहा कि पुलिस और सेना सर्वोच्च न्यायालय के राष्ट्रपति को गिरफ्तार करने के किसी भी आदेश को अस्वीकार कर देगी।
भारत समेत अमरीका ऑस्ट्रेलिया ने किया स्वागत
भारत समेत संयुक्त राष्ट्र, अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन ने अदालत के इस फैसले का स्वागत किया है और इसे हिंद महासागर में बसे देश में लोकतंत्र की बहाली और राजनीतिक उथल-पुथल का अंत होने की दिशा में एक कदम करार दिया है। देश में सबसे पहले लोकतांत्रिक ढंग से चुने गए नेता नशीद ने 2008 में सत्ता संभाली थी। लेकिन फरवरी 2012 में तख्तापलट करते हुए उन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया गया