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बाइडन को बधाई नहीं देने का निर्णय एक औपचारिकता
रूसी राष्ट्रपति यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि यह विश्वास केवल ऐसे उम्मीदवार पर किया जा सकता है, जिसकी जीत को विरोधी दल द्वारा मान्यता दी गई हो, या परिणामों की पुष्टि वैध, कानूनी तरीके से होती है। पुतीन ने यह भी कहा कि बाइडन को बधाई नहीं देने का निर्णय एक औपचारिकता है, जिसके पीछे कोई गलत उद्देश्य नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका मानना है कि अमेरिका और रूस के बीच संबंध ‘खराब’ हो गए हैं। आपको बता दें कि अमरीका में 3 नवंबर को हुए राष्ट्रपति चुनावों में अमेरिकन्स ने डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन को चुना है। बाइडेन ने 306 इलेक्ट्रोल हासिल किए हैं, जबकि उनके प्रतिद्वंदी और रिपब्लिक कैंडिडेट डोनाल्ड ट्रंप को केवल 232 वोट ही मिल सके हैं।
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बाइडेन 20 जनवरी को अमरीका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे
बावजूद इसके डोनाल्ड ट्रंप अपनी हार मानने को तैयार नहीं हैं। इसके साथ ही ट्रंप ने कई राज्यों में मतगणनना प्रक्रिया में गड़बड़ी के आरोप लगाकर वाद भी दायर किए हैं। आपको बता दें कि जो बाइडेन 20 जनवरी को अमरीका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। चूंकि बाइडेन ने अपने चुनावी अभियान के दौरान चीन के खिलाफ काफी उत्तेजक बयान दिए थे। ऐसे में माना जा रहा है कि अमरीका का पलड़ा भारत की ओर से झुका रहेगा।