भाई-भतीजावाद और पक्षपात की संस्कृति को मिल रहा है बढ़ावा
रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि एबीएफ स्थापना के बाद से भाई-भतीजावाद और पक्षपात की संस्कृति को बढ़ावा दे रहा है। बता दें कि एबीएफ की स्थापना 2015 में परंपरा व आव्रजन के एकीकरण के लिए की गई थी। रिपोर्ट के निष्कर्ष में सामने आया है कि महिलाएं, बुजुर्ग कर्मचारी, विकलांग लोगों और जातीय विविधता वाले लोगों के साथ एबीएफ में भेदभाव हो रहा है।
उत्पीड़न और धमकी का सामना
इसके अलावा मीडिया द्वारा दिसंबर की शुरुआत में प्रकाशित एक अलग रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि एबीएफ के 22 फीसदी कर्मचारियों ने कहा है कि साल भर में कार्य के दौरान उन्होंने उत्पीड़न व धमकी का सामना किया है।