Research on Birds : इंसान ही नहीं पक्षी भी लेते हैं लोकतांत्रिक तरीके से निर्णय
जयपुरPublished: May 27, 2022 11:41:29 am
आपस में बैठकर, सहमति बनाकर सिर्फ मनुष्य ही काम नहीं करते, बल्कि पक्षी भी ऐसा ही करते हैं और इसके बाद लोकतांत्रिक तरीके से लिए गए निर्णय का पालन भी करते हैं, वो भी मनुष्यों से बेहतर। गौर करने की बात ये है कि पक्षियों को भी शोर से दिक्कत होती है और वे शोर में नहीं सुन पाते हैं एक-दूसरे की आवाज। ध्वनि प्रदूषण ही नहीं तेज रोशनी से भी पक्षियों के संवाद में पैदा होती है बाधा।


beautiful birds in anasagar lake
लोकतांत्रिक प्रकियाओं के तहत शोर मचाकर निर्णय पर सहमति इंसान ही नहीं पक्षी भी देते हैं। उनका तेज आवाज में शोर मचाना उनका फैसला लेने का निर्णय होता है। इसके के बाद भी पक्षी अपने बसेरे की ओर जाने या बसेरा छोड़ने का फैसला करते हैं। यह खुलासा करंट बायोलॉजी जर्नल में प्रकाशित एक शोध में किया गया। एक्सेटर विश्वविद्यालय में संज्ञानात्मक विकास के प्रोफेसर एलेक्स थॉर्नटन ने बताया कि कई बार देखा जाता है कि पक्षी एक साथ आसमान की ओर उड़ जाते हैं और पूरे बादल को ढक लेते हैं। उन्होंने कहा कि पक्षी जब एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना चाहते हैं तो वे शोर मचाते हैं। यह शोर एक निश्चित स्तर पर पहुंच जाता है। इसका संकेत होता है कि वे अब जाने की तैयारी हैं। इसके बाद पक्षी उड़ जाते हैं।