30 करोड़ लोगों पर मंडरा रहें हैं संकट के बादल
शोध के अनुसार, दुनिया भर में समुद्र का स्तर तीन दशकों में बढ़ने की आशंका है। इसके चलते भयावह बाढ़ आ सकती है, जिसमें 30 करोड़ लोग प्रभावित हो सकते हैं। शोधकर्ताओं ने अपनी स्टडी में ऐसे समीकरण दर्ज किए हैं, जिनके आधार पर कहा जा रहा है कि पश्चिम बंगाल और तटीय ओडिशा पर इसका सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा। इन इलाकों के 2050 तक बाढ़ के चपेट में आने की आशंका जताई जा रही है।
जर्नल नेचर कम्युनिकेशन में प्रकाशित हुआ है शोध
यह निष्कर्ष नए डिजिटल एलिवेशन मॉडल के आधार पर निकाला गया है। इसको कोस्टलडीईएम भी कहा जाता है। यह मॉडल दिखाता है कि दुनिया की बहुत से समुद्र तट बहुत नीचे हैं और समुद्र तल ऊपर उठने से आने वाले दशकों में करोड़ों लोग प्रभावित हो सकते हैं। क्लाइमेट सेंट्रल ने मशीन लर्निन का इस्तेमाल कर मॉडल प्रस्तुत किया है। जर्नल नेचर कम्युनिकेशन में प्रकाशित शोध के निष्कर्ष से पता चलता है कि खतरा तटीय एशिया पर केंद्रित है और आज के जीवित लोगों के जीवनकाल के भीतर इसके आर्थिक व राजनीति परिणाम पर गहरा असर हो सकता है।