इसके लिए कई भू स्थित रडार और अंतरिक्षीय उपग्रह शामिल होते हैं। यह प्रणाली बहुत कम देशों के हाथ में है। अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों का पता लगाने के लिए क्या जरूरी है। पुतिन ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय मामलों पर एक सम्मेलन में कहा कि रूस ऐसी प्रणाली विकसित करने में वह चीन की मदद कर रहा है।
इसकी मदद से चीन की रक्षा क्षमता को व्यापक रूप मिलेगा। इससे सभी तरह जो चीन की रक्षा क्षमता को व्यापक रूप से बढ़ाएगी। उनके इस बयान ने दो पूर्व वामपंथी विरोधियों के बीच रक्षा सहयोग के एक नये स्तर का संकेत दिया है।चीन को इस तरह की तकनीक देकर रूस ने अमरीका को नाराज किया है। इस तकनीक की मदद से चीन और ताकतवर हो जाएगा।