इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अगले सप्ताह से व्यापक स्तर पर कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण अभियान की शुरुआत करने के आदेश दे दिए हैं। रूसी वैज्ञानिकों ने ‘स्पूतनिक-वी’ कोरोना वैक्सीन विकसित किया है और सरकार ने उसे मंजूरी दे दी है। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से टीकाकरण को लेकर मंजूरी नहीं मिली है।
रूस ने तैयार की एक और Corona vaccine, नहीं है कोई साइड इफेक्ट!
रूस का कहना है कि स्पूतनिक-वी कोरोना वैक्सीन काफी सुरक्षित है। राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि स्पूतनिक-वी वैक्सीन की 20 लाख से अधिक खुराक तैयार कर ली गई है और अब अधिकारियों को ये निर्देश दिया गया है कि अगले हफ्ते से टीकाकरण संबंधी सारी तैयारियां पूरी कर लें। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि देश में शिक्षकों और मेडिकल स्टाफ को सबसे पहले वैक्सीन दी जिएगी।
ब्रिटेन ने भी कोरोनो वैक्सीन को दी मंजूरी
आपको बता दें कि बुधवार को ही ब्रिटेन ने भी कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे दी है और बहुत जल्द ही आम लोगों को कोरोना टीकाकरण किया जाए। ब्रिटेन ने फाइजर-बायोएनटेक द्वारा तैयार कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी है। ब्रिटेन की दवा और स्वास्थ्य उत्पाद नियामक एजेंसी ने बताया कि यह टीका उपयोग में लाने के लिए सुरक्षित है।
Russia ने बनाई दुनिया की पहली Corona वैक्सीन, President Putin की बेटी को लगाया गया पहला टीका
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इसका स्वागत किया है और कहा है कि अगले सप्ताह से टीका उपलब्ध कराने की शुरुआत होगी। बता दें कि अमरीकी दवा कंपनी फाइजर और जर्मन कंपनी बायोएनटेक ने मिलकर वैक्सीन को विकसित किया है। पिछले दिनों कंपनी ने दावा किया था कि उनका वैक्सीन 95 फीसदी तक कारगर है।
इससे पहले राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 11 अगस्त को दुनिया की पहली कोरोना वायरस वैक्सीन स्पूतनिक-वी को बनाने का दावा किया था। पुतिन ने इस वैक्सीन का पहला टीका अपनी बेटी कैटरीना को लगवाया था और खुद इसकी घोषणा की थी। रूस ने दावा किया था कि यह टीका कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 94 प्रतिशत तक कारगर रहा है। मालूम हो कि रूस में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 2,347,401 पहुंच गई है, जबकि 41,053 लोगों की मौत अब तक हो चुकी है।