2 हजार रूसी दवाई स्पूतनिक V की पहली खेप शुक्रवार को मैक्वेटिया शहर के साइमन बोलिवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्ड पर पहुंच चुकी है। वेजेनेजुएला की उपराष्ट्रपति डेल्सी रोड्रिगुएज ने इसे ऐतिहासिक क्षण बताया है। इस वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल होने वाला है। यह पहली बार है कि ये ट्रायल किसी अन्य देश में होने जा रहा है।
रूस का दावा है कि कोरोना वायरस के खिलाफ विकसित उसके टीके को पंजीयन से पहले के ट्रायल में करीब 2,500 वालंटियर शामिल हुए। उसका किसी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं देखा गया। रूस ने 11 अगस्त को कोरोना वैक्सीन ‘स्पूतनिक-V’ के बारे में बताया था। वह महामारी के खिलाफ टीका का पंजीयन कराने वाला पहला देश बन गया। खुद रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन ने कहा था कि उन्होंने अपनी बड़ी बेटी को ये टीका दिया। रूस के इस टीके को लेकर विवाद गहराता जा रहा है । इसकी वजह ये है कि कोरोना वैक्सीन का तीसरा ट्रायल कराया जाना अभी बाकि है।