रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि पिछले सप्ताह क्रीमिया के नजदीक हिरासत में लिए गए नाविकों के मुद्दे पर यूक्रेन से कोई बात नहीं हुई है। बता दें कि रूस ने यूक्रेन के 3 जहाज जब्त कर लिए थे। रूस का आरोप था कि 3 जहाजों पर सवार 24 नाविक अवैध रूप से उनकी सीमा में घुसे थे और चेतावनी देने के बाद भी वो पीछे हटने को तैयार नहीं थे। बीते दिनों रूस ने यूक्रेन के तीनों जहाजों को छोड़ने से इनकार कर दिया था। हालांकि पुतिन ने कहा कि वह यूक्रेन के नागरिकों के रूस में घुसने पर बैन लगाने की नीति नहीं अपनाएंगे। बता दें कि अपने जहाज रोके जाने के खिलाफ यूक्रेन ने रूस के 16 से 60 की उम्र के पुरुषों के अपने क्षेत्र में घुसने पर रोक लगा दी है।
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रूस पर बढ़ा अंतर्राष्ट्रीय दवाब
उधर नाविकों की रिहाई की मांग को लेकर रूस पर अंतर्राष्ट्रीय दवाब बढ़ता जा रहा है। जर्मनी, अमरीका, फ्रांस सहित विभिन्न देशों ने उस पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। हालांकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के नाविकों को रिहा करने को लेकर पड़ रहे अंतरराष्ट्रीय दबाव के आगे झुकने से इनकार कर दिया है। उन्होंने शनिवार को कहा कि नाविकों को रिहा करने के संबंध में यूक्रेन से कोई बातचीत नहीं हुई है। हालांकि इस घटना की वजह से अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन के साथ अपनी वार्ता रद्द कर दी। यूरोपीय देशों ने भी रूस की इस हरकत पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। रूस ने पिछले सप्ताह जहाज सहित यूक्रेन के नाविकों को हिरासत में ले लिया था। हालांकि ट्रंप से वार्ता खारिज होने को लेकर पुतिन ने कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन से इतर शुक्रवार को दोनों के बीच संक्षिप्त मुलाकात हुई। पुतिन ने कहा कि वह डिनर के दौरान ट्रंप से मिले थे और उन्होंने यूक्रेन मुद्दे पर मॉस्को के रवैये से अवगत कराया।