यमन के आंतरिक हालात लंबे समय से चिंताजनक है। विद्रोहियों और सेना में भीषण टकराव का खामियाजा निर्दोष स्थानीय लोग लंबे समय से उठा रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने कहा कि महासचिव ने यमन में सऊदी अरब और हौती विद्रोहियों के बीच तेज हुए संघर्ष पर बुधवार को गहरी चिंता व्यक्त की। यमन के आंतरिक हालात लंबे समय से चिंताजनक है। विद्रोहियों और सेना में भीषण टकराव का खामियाजा निर्दोष स्थानीय लोग लंबे समय से उठा रहे हैं।
सरकारी इमारतों पर साधा था निशाना एक विदेशी समाचार एजेंसी के मुताबिक, सऊदी अरब के नेतृत्व में सैन्य गठबंधन की ओर से किए गए हवाई हमलों में सोमवार को सना में विद्रोहियों के कब्जे वाली सरकारी इमारत पर निशाना साधा गया था। हौती विद्रोहियों ने रविवार और बुधवार को सऊदी अरब में विभिन्न जगहों को निशाना बनाकर बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं।
यह था गुटेरेस के प्रवक्ता डुजारिक का बयान गुटेरेस के प्रवक्ता डुजारिक ने बयान में कहा कि महासचिव ने सभी दलों को याद दिलाया कि उन्हें नागरिकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने सहित अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून को बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून के संभावित उल्लंघन की जांच की जानी चाहिए और इसके जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराना चाहिए।’
बदल गया कानूनः नौकरी करने वालों की हुई बल्ले-बल्ले, कारोबारियों के छूटेंगे पसीनेसंयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा, ‘उकसाएं नहीं’ संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने सभी पक्षों से किसी तरह की उकसावे वाली गतिविधियों से दूर रहने की अपील की। उन्होंने याद दिलाया कि समावेशी अंतर यमनी चर्चा के जरिए राजनीतिक समाधान ही संघर्ष को समाप्त करने और मौजूदा मानवीय संकट को समाप्त करने का एकमात्र तरीका है। आपको बता दें कि दुनिया के कई देश आंतरिक युद्ध की स्थिति में बुरे हालात से गुजर रहे हैं। इनमें सीरिया, इराक, यमन खासतौर पर शामिल हैं। अतिवादी मानसिकता के चलते इन देशों में स्थानीय नागरिकों की जिंदगी तबाह हो गई है। इसके चलते दुनिया में शरणार्थी संकट भी तेजी से बढ़ रहा है।