सऊदी शासन ने सार्वजनिक रूप से फिल्मों को दिखाए जाने पर लगे 35 साल पुराने प्रतिबंध को हटा दिया है।
नई दिल्ली। यह विकास का समय है और विकास के मामले में अब कोई देश पीछे नहीं रहना चाहता और यही कारण है कि बदलाव की हवा में बहुत तेज़ी आई है। और अगर बात की जाए सऊदी अरब की तो वहां महिलाओं की स्थिति थोड़ी अलग है। लेकिन अब यहां के हाल में थोड़ा बदलाव आ रहा है। आपको बता दें इससे पहले महिलाओं को वाहन चलाने की आजादी, विदेशी निवेशकों को न्योता इन सभी चीजों की मंज़ूरी के बाद अब सऊदी शासन ने सार्वजनिक रूप से फिल्मों को दिखाए जाने पर लगे 35 साल पुराने प्रतिबंध को हटा दिया है। जिसके चलते अब सऊदी अरब के लोग भी सिनेमा हॉल में जाकर देश-विदेश की फिल्में देख पाएंगे।
सऊदी अरब की सरकार ने अब फैसला किया है कि पूरे देश में जल्द ही सिनेमा हॉल खोले जाएंगे। बताया जा रहा है पहला सिनेमा हॉल 2018 में मार्च तक खुलने की उम्मीद की है। इस धार्मिक कट्टरपंथ को अपनाने वाले देश ने 80 के दशक में सिनेमा के साथ सार्वजनिक मनोरंजन की सभी चीजों को प्रतिबंधित कर दिया था।
लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि अब सऊदी प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान की अगुवाई में यहां कई तरह के बदलाव देखने को मिल रहे हैं। सऊदी की सरकार यह भी उम्मीद जाता रही है कि मनोरंजन के कारोबार में विकास के बाद देश की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। यह तो पाता ही है पिछले कुछ समय से यहां घटी तेल की कीमतों के कारण यहां की अर्थव्यस्था को काफी नुकसान हुआ है। सऊदी अरब के संस्कृति और संचार मंत्री अव्वाद बिन सालेह ने बताया कि सिनेमा के आने से अर्थव्यस्था के साथ ही साथ विविधता को भी बढ़ावा देखने को मिलेगा। सिनेमा और सिनेमा हॉल की लाइसेंसिंग से जुड़े कानूनों की घोषणा अगले कुछ हफ़्तों में सुने जाएगी। बताया जा रहा है सऊदी में 2030 तक 2000 से भी ज्यादा स्क्रीन वाले 300 सिनेमा हॉल बनाने का उद्देश्य है। इसके कारण करीब 30 हजार स्थायी नौकरियों की भी शुरुवात होगी। साथ ही सऊदी अर्थव्यवस्था को लगभग 1.54 लाख करोड़ रुपये का फायदा होगा।