scriptअब मकडिय़ों की मदद से मिलेगी इस कठिन रोग से छुटकारा | scientists are trying to invent diabetes medicine from web | Patrika News

अब मकडिय़ों की मदद से मिलेगी इस कठिन रोग से छुटकारा

Published: Jan 03, 2018 06:07:59 pm

Submitted by:

Ravi Gupta

इससे टाइप 1 डायबिटीज़ पर नियंत्रण किया जा सकेगा।

spider
नई दिल्ली। आज का जमाना विज्ञान का है। आजकल हर असंभव को विज्ञान संभव कर देता है। अब आप इसे ही ले लीजिए जहां वैज्ञानिक मकड़ी के जालों से मधुमेह की दवा बनाने जा रहे है। सुनने में ये भले ही अजीब लगे लेकिन ये बात बिल्कूल सच है। इससे टाइप 1 डायबिटीज़ पर नियंत्रण किया जा सकेगा। जैसा कि हम जानते है कि टाइप 1 मधुमेह के रोगियों को रोजाना इन्सुलिन का इंजेक्शन लेना पड़ता है जिसका कि उनके स्वास्थ्य पर भी काफी बुरा असर पड़ता है। टाइप 1 मधुमेह में शरीर में स्थित पाचन तंत्र अग्नाशय में कोशिकाओं का गुच्छा बनाने वाले इंसुलिन को खत्म कर देता है। हम सभी ये भी जानते है कि मधुमेह का कोई स्थायी इलाज नहीं है। लेकिन हाल ही में ये सुनने में आया कि अमेरिका में स्थित कॉर्नल यूनिवसिर्टी के शोधकर्ताओं ने एक मरीज के शरीर में हजार सेल्स के गुच्छे को प्रतिरोपित करने का एक अनोखे तरीके का आविष्कार किया है।
spider
इन कोशिकाओं पर हाइड्रोजेल की एक बहुत ही पतली सी झिल्ली होती है और ये कोशिकाएं पॉलिमर धागे की सहायता से एक दूसरे से जुड़ी होती है। जब ये कोशिकाएं इस्तेमाल करने लायक नहीं होती है तो उन्हें हटाना जरूरी होता है नहीं तो ये बाद में ट्यूमर का आकार ले सकती है। कॉर्नल विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर मिनग्लिन का इस बारे में कहना है कि इंसान अपने शरीर में ऐसा कुछ नहीं रखना चाहता जिसका कि वो इस्तेमाल नहीं कर सकें। ये कोशिकाएं जब मर जाती है तो उन्हें बाहर निकालना बहुत जरूरी होता है। हमारी पद्धति ये काम बहुत ही आसानी से कर पाएगी। प्रोफेसर का ये भी कहना है कि उन्हें इस कार्य की प्रेरणा मकड़ी के जाल पर स्थित पानी की बूंदों से मिला। खैर हमें तो बस इस बात का ही इंतज़ार रहेगा कि ये प्रकिया जल्द से जल्द मरीजों के लिए उपलब्ध हो और उन्हें इस रोग से छूटकारा मिलें।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो