इस सिलसिले में वैज्ञानिकों ने एक और मुकाम हासिल कर लिया है। बता दें कि वैज्ञानिकों की एक ऐसी टीम भी है जिसने एलियंस से बातचीत करने की कोशिशों को पंख दिए हैं। साइंटिस्टों की इस टीम ने एलियंस के साथ बातचीत की उम्मीदें लिए हमारी पृथ्वी के सबसे पास वाले प्लैनेट पर एक कंप्लीट मैसेज भेजा है। इतना ही नहीं इसके बाद भी वे एक और नया मैसेज भेजेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि अगर सच में इस ब्रह्मांड में कहीं भी एलियंस हैं तो वे जवाब ज़रुर देंगे। लेकिन एलियंस का रिप्लाई पाने के लिए हमें करीब 25 सालों का इंतज़ार करना पड़ेगा। इस खास बातचीत को सोनार ऑर्गनाइजेशन नाम की एक संस्था लीड कर रही है। इस पूरे प्रोजेक्ट का नाम ‘सोनार कॉलिंग GJ273b’ दिया गया है।
खास बात है कि एलियंस के साथ बातचीत का यह प्रोजेक्ट में सोनार ऑर्गनाइजेशन की मदद के लिए METI द इंस्टिट्यूट ऑफ स्पेस स्टडीज ऑफ कैटलोनिया (IEEC) भी काम में लगे हुए हैं। साइंटिस्टों की इस टीम ने इस साल के 16 से लेकर 18 अक्टूबर तक नॉर्वे में बैठकर EISCAT ऐंटीना की मदद से ये मैसेज भेजे थे। टीम के ये मैसेज एक्सोप्लेनेट GJ273बी को सेंड किए थे। आपको जानकर हैरानी होगी कि ये पृथ्वी से भी 2.9 गुना बड़ा है। एक्सोप्लेनेट GJ273बी ब्रह्मांड में लुटयंस स्टार के पास रहता है। साइंटिस्टों की मानें तो एलियंस के लिए सेंड किया गया मैसेज उन्हें 12 साल बाद मिलेगा, जिसका जवाब भी आने में इतने ही साल लग जाएंगे।