इंडोनेशिया के तटरेखा के पास जकार्ता समेत गांवों और कस्बों में मानव-निर्मित पर्यावरणीय विनाश और जलवायु परिवर्तन के कारण पानी भर गया है।
भारी जल-भराव के कारण छात्रों को bamboo-बोट से स्कूल जाना पड़ रहा है।
बता दें जकार्ता का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा समुद्र तल से नीचे है और लहरों को वापस पकड़ने के लिए एक नई दीवार का निर्माण किया गया था।
ज्वार से धीरे धीरे गांव के मस्जिद और कब्रिस्तान भी तबाह हो रहे हैं।
फरवरी में आए ऐसे ही एक ज्वार के बाद इस व्यक्ति की मृत्यु हो गयी थी, जिसके लिए नमाज भी उसे इस तरह अदा करनी पड़ी।