यहां हम बात कर रहे हैं उल्लू की, बता दें कि उल्लू की यह प्रजाति साधारण प्रजाति के उल्लुओं से काफी अलग होते हैं। क्योंकि इन उल्लुओं में जानलेवा ठंड को सहन की दमदार
शक्ति होती है। खास बात यह है कि बर्फीली वादियों में ये उल्लू अपना शिकार ढूंढने के लिए इस कदर तैयार रहते हैं कि कब किस जीव की मौत आ जाए, कोई नहीं जानता। बता दें कि उल्लू की यह खास प्रजाति खुद को बर्फ से इस कदर ढक लेती है, जिससे शिकार को भनक तक नहीं पड़ती और वो बड़ी ही आसानी से उल्लू का खाना बन जाता है।
इतना ही नहीं ये उल्लू इंसानों की नज़रों में भी आसानी से नहीं आते। क्योंकि एक तो इनका रंग सफेद होता हैं ऊपर से बर्फ की सफेद चादरों में लिपट जाने के बाद इन्हें देखना काफी मुश्किल हो जाता है। विश्व के कई हिस्सों में इन उल्लुओं को बर्फीला उल्लू भी कहते हैं। जो मुख्य रूप से बर्फीले और टुंड्रा इलाकों में ही देखे जा सकते हैं।
ऐसे उल्लू आमतौर पर आर्कटिक, कनाडा, उत्तरी अमेरिका, यूरोप और एशिया के बर्फीले इलाकों में ही मिलते हैं। देखा जाए तो उल्लू रात में जागते हैं और दिन में सोते हैं। इसलिए कहा जाता है कि उल्लू दिन में ठीक से देख नहीं पाते। लेकिन उल्लू की ये प्रजाति दिन में भी काफी अच्छे से अपने शिकार पर नज़रें गड़ाए रहती है और मौका मिलते ही हमला कर देते हैं।