script

South Africa: कोरोना वैक्सीन को चीफ जस्टिस ने बताया ‘शैतान का टीका’, बोले- इससे खराब होगा DNA

locationनई दिल्लीPublished: Dec 13, 2020 05:17:56 pm

Submitted by:

Anil Kumar

HIGHLIGHTS

दक्षिण अफ्रीका के मुख्य न्यायाधीश मोगोइंग मोगोइंग ( South Africa Chief Justice Mogoeng Mogoeng ) ने कहा कि कोरोना वैक्सीन ‘शैतान का टीका’ है।
मोगोइंग के इस बयान को शर्मनाक करार देते हुए दुनियाभर के वैज्ञानिक आलोचना कर रहे हैं।

mogoeng_mogoeng.jpg

South Africa: Chief Justice Mogoeng Mogoeng Said Corona Vaccine Is ‘Devil’s Vaccine’, It Will Damage DNA

जोहानिसबर्ग। कोरोना महामारी ( Corona Epidemic ) से पूरी दुनिया जूझ रही है और हर दिन लाखों नए केस सामने आ रहे हैं। हालांकि अब कोरोना वैक्सीन ( Corona Vaccine ) की भी उम्मीदें बढ़ गई है। ब्रिटेन और रूस ने अपने देश में सार्वजनिक टीकाकरण की शुरूआत भी कर दी है।

इस बीच कोरोना वैक्सीन को लेकर की तरह की बातें की जा रही है। दक्षिण अफ्रीका की मुख्य न्यायाधीश ने कोरोना वैक्सीन को लेकर एक ऐसा बयान दिया है, जिसको लेकर दुनियाभर में उनकी निंदा हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग जमकर ट्रोल कर रहे हैं।

भारत के लिए साधारण रेफ्रिजरेशन में स्टोर करने वाला वैक्सीन वर्जन बना रही फाइजर

दरअसल, दक्षिण अफ्रीका के मुख्य न्यायाधीश मोगोइंग मोगोइंग ( South Africa Chief Justice Mogoeng Mogoeng ) ने कहा कि कोरोना वैक्सीन ‘शैतान का टीका’ है। यह टीका शैतान के पास से आया है। इस वैक्सीन के कारण लोगों की DNA खराब हो जाएगा।

अब मोगोइंग के इस बयान को लेकर दुनियाभर के वैज्ञानिक आलोचना कर रहे हैं। वैज्ञानिकों ने कहा है कि इतने बड़े प्रभावशाली व्यक्ति का ऐसा बयान शर्मनाक है और इससे दुनिया में लोगों के बीच भ्रम पैदा कर सकता है। हालांकि आलोचनाओं के बीच चीफ जस्टिस मोगोइंग ने अपने बयान का बचाव किया और फिर से दोहराया कि हम आजाद देश में रहते हैं, हमें चुप नहीं कराया जा सकता है।

https://www.dailymotion.com/embed/video/x7y1twp

वैज्ञानिकों ने की आलोचना

दक्षिण अफ्रीकी चीफ जस्टिस मोगोइंग के बयान को लेकर दुनियाभर के वैज्ञानिकों में गुस्सा है और इनकी आलोचना की है। वैज्ञानिकों का कहना है कि मोगोइंग जैसे प्रभावशाली व्यक्ति कए इस तरह के बयान से लोग भ्रमित हो सकते हैं। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।

विट्स विश्वविद्यालय में वायरोलॉजी के प्रोफेसर बैरी शउब ने आलोचना करते हुए कहा कि मोगोइंग जैसे बड़े कद के व्यक्ति लोगों को गुमराह कर रहे हैं। इससे कोरोना महामारी को नियंत्रित करने के प्रयास प्रभावित होगा।

भारत में बनी पहली स्वदेशी mRNA वैक्सीन को ह्यूमन ट्रायलकी मंजूरी मिली

वैज्ञानिकों के अलावा मानवाधिकार संगठन अफ्रीका4पैलस्टीन ने भी मोगोइंग के इस बयान की निंदा की है। हालांकि जस्टिस मोगोइंग ने सभी की आलोचनाओं को खारिज करते हुए शुक्रवार सुबह एक टेलीविजन कार्यक्रम में कहा कि उन्हें अपनी राय व्यक्त करने का अधिकार है और उन्हें कोई चुप नहीं करा सकता है। वे एक आजाद मुल्क में रहते हैं। मुझे परिणाम की चिंता नहीं है।

https://www.dailymotion.com/embed/video/x7y1t5x

लोगों का DNA होगा खराब

बता दें कि चीफ जस्टिस मोगोइंग का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में जस्टिस मोगोइंग एक गिरजाघर में प्रार्थना करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि कोरोना वैक्सीन से लोगों का DNA खराब हो सकता है।

Britain: सरकार की बड़ी घोषणा, कोरोना वैक्सीन का साइड इफेक्ट होने पर मिलेगा मुआवजा

उन्होंने प्रार्थना करते हुए कहा कि कोरोना वैक्सीन आपकी (ईश्वर) की ओर से नहीं है, ऐसे में इस टीके से मैं खुद को दूर करता हूं। यदि कोई वैक्सीन है तो वह शैतान की ओर है और इसका मकसद लोगों के जीवन में ट्रिपल सिक्स (शैतान का चिह्न) लाना है और यह उनके डीएनए को खराब करेगा। ऐसा कोई भी टीका, हे ईश्वर, उसे यीशु मसीह के नाम पर अग्नि नष्ट से कर दे।

https://www.dailymotion.com/embed/video/x7y1ths

ट्रेंडिंग वीडियो