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दक्षिण अफ्रीका चुनाव: 26 मिलियन मतदाता नई सरकार के लिए करेंगे वोट, राष्ट्रपति रामाफोसा के लिए बढ़ी चुनौती

locationनई दिल्लीPublished: May 08, 2019 07:13:25 am

Submitted by:

Anil Kumar

बुधवार को दक्षिण अफ्रीका में छठे आम चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे।
इस चुनाव में बेरोजगारी और भ्रष्टाचार सबसे बड़ा मुद्दा है।
1994 से अफ्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस सत्ता में काबिज है।

दक्षिण अफ्रीका चुनाव

दक्षिण अफ्रीका चुनाव: 26 मिलियन मतदाता नई सरकार के लिए करेंगे वोट, राष्ट्रपति रामाफोसा के लिए बढ़ी चुनौती

जोहानसबर्ग। रंगभेद की समाप्ति के एक चौथाई सदी के बाद दक्षिण अफ्रीका ( South Africa ) में बुधवार को छठा राष्ट्रीय चुनाव होने वाले हैं। दक्षिण अफ्रीका में इस बार के चुनाव में आर्थिक असमानता एक बड़ा मुद्दा है। नेल्सन मंडेला ( Nelson Mandela ) की पार्टी अफ्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस जो कि 1994 से सत्ता में है, इस बार भी फिर से जीत दर्ज करने की संभावना दिखाई दे रही है। हालांकि इस बार कि चुनाव में अपने पिछले प्रदर्शन को दोहराना थोड़ा कठिन हो सकता है। पिछली बार के चुनाव में अफ्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी को 62 फीसदी वोट मिले थे। दरअसल, इस बार पार्टी पर कई भ्रष्टाचार व घोटालों के आरोप लगे, साथ ही देश में बेरोजगारी ( unemployment ) 27 फीसदी तक पहुंच गई। जिसको लेकर आम लोगों में काफी नाराजगी देखने को मिल रहा है। राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ( President Cyril Ramaphosa ) जो कि एएनसी के प्रमुख भी हैं ने अपनी पार्टी में फैले भ्रष्टाचार व विसंगतियों को दूर करने के वादा करते हुए देशभर में अभियान चलाया और बीते साल इस्तीफा देने वाले अपने पूर्ववर्ती जैकब जुमा को व्यापत भ्रष्टाचार व बेरोजगारी के लिए जिम्मेदार ठहराया।

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26 मिलियन मतदाता करेंगे वोट

बता दें कि दक्षिण अफ्रीका ( South Africa ) की आबादी 57 मिलियन है। इसमें से 26 मिलियन लोग मताधिकार का प्रयोग करने के लिए योग्य हैं। 26 मिलियन मतदाता नए सरकार के भाग्य का फैसला करेंगे। मतदान की प्रक्रिया सुबह 7 बजे शुरू होगा जो कि रात के 9 बजे तक चलेगा। ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग मतदान करे इसके लिए सरकार ने बुधवार को राष्ट्रीय छुट्टी घोषित कर दिया है। बीते 25 सालों में दक्षिण अफ्रीका मतदान के दौरान मतदाताओं का लंबी-लंबी कतार के लिए प्रसिद्ध रहा है। लेकिन इस बार राष्ट्रीय उदासीनता की भावना देखी जा रही है जो कि एएनसी ( ANC ) के लिए एक अशुभ संकेत हो सकता है। चुनाव आयोग की ओर से राजधानी प्रिटोरिया ( Pretoria ) में प्रारंभिक परिणाम घोषित किए जाएंगे और अंतिम परिणाम 48 घंटे बाद आने की उम्मीद है। यानी अंतिम परिणाम शनिवार को आने की संभावना है। आपको बता दें कि दक्षिण अफ्रीका में ने तो राष्ट्रपति और न हीं सांसद को सीधे चुना जाता है। मतदाता राष्ट्रीय पार्टी के लिए वोट करते हैं। उसके बाद जिस भी पार्टी को सबसे अधिक वोट मिलते हैं वह यह तय करता है कि कितने प्रतिनिधियों को विधायिका में भेजा जा सकता है। इसी तरह से राष्ट्रपति का चयन सबसे अधिक मत हासिल करने वाली पार्टी से किया जाता है।

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नेशनल असेंबली में 400 सदस्य

दक्षिण अफ्रीका में सरकार की संसदीय प्रणाली है। नेशनल असेंबली में 400 सदस्य होते हैं जो बंद सूची के आनुपातिक प्रतिनिधित्व द्वारा चुने जाते हैं। दो सौ सदस्य राष्ट्रीय पार्टी सूची से चुने जाते हैं। अन्य 200 प्रांतों में से प्रत्येक में प्रांतीय पार्टी सूची से चुने जाते हैं। प्रांतीय विधानसभाएं, जो 30 से 80 सदस्यों के आकार में भिन्न होती हैं। बंद सूचियों के साथ आनुपातिक प्रतिनिधित्व द्वारा चुना जाता है। प्रत्येक प्रांत के प्रमुख का चुनाव संबंधित प्रांतीय विधान मंडलों द्वारा किया जाता है। प्रांतीय परिषद ( एनसीओपी ) में 90 सदस्य होते हैं, जिनमें से दस प्रांतीय विधानमंडल द्वारा चुने जाते हैं। NCOP सदस्यों का चयन प्रांतीय विधानसभाओं द्वारा विधायकों के पार्टी मेकअप के अनुपात में किया जाएगा।

 

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