मोटर न्यूरॉन के लक्षण–
मोटर न्यूरॉन एक लाइलाज बीमारी है। इस बीमारी में शरीर की नसों पर लगातार हमला होता रहता है और धीरे-धीरे शरीर के अंग काम करना बंद कर देते हैं, और इंसान की आवाज लड़खड़ाने लगती है और वो चलने-फिरने में अक्षम हो जाता है और अंत में मरीज की मौत हो जाती है। हॉकिंस के साथ भी लगभग ऐसा ही हुआ उनके अंगों ने धीरे-धीरे काम करना बंद कर दिया और वो एक जिंदा लाश बनकर रह गए, लेकिन अपनी इच्छाशक्ति के कारण उन्होने रिसर्च जारी रखा। हॉकिंस ने एक बार कहा था कि ” पिछले 49 साल से मै अपनी मौत का अनुमान लगा रहा हूं, लेकिन मै मौत से डरता नहीं हूं बस मुझे मौत से पहले बहुत सारे काम करने हैं।”
जीन्स के कारण होती है ये बीमारी
पूरी दुनिया में 5 प्रतिशत लोग इस बीमारी के शिकार हैं, और इस बीमारी का मुख्य कारण वंशानुगत होता है। यानि अगर किसी के परिवार में कोई मोटर न्यूरॉन से ग्रस्त है तो आने वाली पीढ़ी में भी ये बीमारी हो सकती है। इसके साथ ही फ्रंटोटेंपोरल डिमेंशिया से ग्रस्त लोग भी इस बीमारी की चपेट में आ सकते हैं।
पुरूष होते हैं ज्यादातर शिकार-
महिलाओं की तुलना में पुरूष इस बीमारी के ज्यादा शिकार होते हैं।
उपचार-
मोटर न्यूरॉन का डॉयग्नोसिस तो संभव है लेकिन अभी तक इस बीमारी का इलाज नहीं ढूढा जा सका है। लेकिन बीमारी के प्रभाव को उपचार से कुछ कम किया जा सकता है जैसे सांस लेने में दिक्त होने पर ब्रीदिंग मास्क और खाने निगलने की दिक्कत होने पर फीडिंग ट्यूब का इसतेमाल किया जा सकता है।