अगर आपको भी ऐसा लग रहा हो कि कायले की दिव्य कहानी सच है तो हम आपका ये भ्रम तोड़ देते हैं। कायले हमेशा से एक होशियार लड़की रही थी वो पढ़ने-लिखने में भी तेज हुआ करती थी लेकिन उसकी जिंदगी तब बदल गई जब वह किशोर अवस्था में गई। उसकी मां का कहना है कि न जाने कब उसे ड्रग्स की आदत लग गई। कायले आस्तिक थी उसे इश्वर पर हमेशा से विश्वास था। वो ड्रग्स लेने के बाद भी अक्सर बाइबल के साथ दिखती थी।
गौरतलब है कि, मेथाम्फेटामाइन नाम के ड्रग्स के ओवरडोज से कायले की ये हालत हुई। डॉक्टरों का कहना है उसे इसी ड्रग्स के असर से ऐसे भ्रम होने लगे। जो कल्पना वो कर रही थी उसे अंग्रेजी में हेल्यूसीनेशन कहते हैं। डॉक्टरों ने पूरी धटना का विवरण देते हुए कुछ तथ्य रखे, जिसमें उन्होंने बताया कि ‘कायले ने बाइबल पढ़ी होगी। ड्रग्स के असर से उसके दिमाग ने बाइबल की कहानियों की तर्ज पर वो सपना देखा होगा।’ आपने भी कई बार यह अनुभव किया होगा, कई बार आपके सपने भी आपको सच प्रतीत हुए होंगे। अमूमन लोग बंद आंखों से सपना देखते हैं लेकिन ड्रग्स के ओवरडोज के कारण कायले ने खुली आंखों से सपना देखा और अपनी आंखें नोंच ली।
कायले की मां को जब तक पता चलता कि उसे ड्रग्स की लत लग चुकी है तब तक बहुत देर हो चुकी थी। कायले की मां का कहना है कि, ‘अगर उसे उस दिन रोका नहीं गया होता तो शायद वो अपने साथ और बुरा कर बैठती।’ ड्रग्स कई जिंदगियां बर्बाद कर चुका है इसकी लत जिसे लगी उसका पूरा जीवन ही बर्बाद हो गया कायले ने ड्रग्स के नशे में अपने साथ जैसी बर्बरता की उसके चलते अब वो जीवनभर दृष्टिहीन रहेगी।