प्रचार अभियान के दौरान बिडेन प्रशासन नियम आधारित और स्थिर हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन जारी रखेगा। इससे चीन सहित कोई भी देश अपने पड़ोसी देश को धमका नहीं सकेगा। बिडेन ने अपने प्रचार अभियान में कहा, ” वे लंबे समय से चली आ रही अपनी इस मान्यता करने का प्रयास करेंगे। भारत और अमरीका एक स्वाभाविक साझेदार हैं। बाइडेन प्रशासन अमरीका-भारत संबंधों को मजबूत करने का प्रयास करेगा।”
यह बयान 40 लाख भारतीय-अमरीकियोंं के लिए बड़ी राहत है। जब से कमला हैरिस (Kamala Harris) उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनी हैं, तब से बिडेन के स्वर भारत के पक्ष में है। भारतीय-अमरीकी समुदाय के लिए जो बिडेन ने एजेंडा जारी करते हुए कहा कि भारत और अमरीका की दायित्वपूर्ण साझेदारी के बिना किसी साझा वैश्विक चुनौती का समाधान नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि वे भारत की रक्षा क्षमताओं को बेहतर कर सकते हैं। इसके साथ आतंकवाद रोधी साझेदार के रूप में काम कर सकते हैं। महामारी से निपटने में बेहतर कदम उठा सकते हैं।
कुछ ही दिन पहले बिडेन ने भारतीय मूल की अमरीकी सीटनेटर कमला हैरिस को डेमोक्रेटिक पार्टी से उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुना। इसके बाद से ही नीतिगत दस्तावेजों को जारी किया गया। दस्तावेज के अनुसार बिडेन यह सुनिश्चित करेंगे कि दक्षिण एशियाई अमरीकियों का उनके प्रशासन में प्रतिनिधित्व मिले। इसके अनुसार अमरीका भारत के साथ सभी मामलों में सहयोग कायम करेगा। खासकर आव्रजन प्रणाली में सुधार होगा।
प्रचार अभियान ने बिडेन ने कहा कि उन्होंने 2008 में भारत-अमरीका के परमाणु समझौते पर अहम भूमिका निभाई थी। बिडेन ने अमरीका-भारत साझेदारी बढ़ाने एवं विस्तारित करने के प्रबल सहायक रहे हैं। दस्तावेज के अनुसार पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा-बिडेन प्रशासन ने यूएन की विस्तारित सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के समर्थन को लेकर औपचारिक घोषणा की थी।